सूर्य की तरह ही चमकेगा ये कृत्रिम सूर्य! जानें इससे जुड़ी चौंकाने वाली बाते

परमाणु संलयन से कृत्रिम सूर्य बनाया जा सकता है? 

कृत्रिम सूर्यों ने 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान हासिल कर लिया है, जो हमारे सूर्य के केंद्र से कई गुना अधिक गर्म है! 

प्लाज्मा को सीमित करने के लिए किस प्रकार शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्रों का उपयोग किया जाता है। 

दुनियाँ की दौड़ में भारत: भारत सरकार या निजी संस्थानों द्वारा किए जा रहे शोध 

अपरमाणु संलयन को परमाणु विखंडन से अलग बताएं और कृत्रिम सूर्य के रेडियोधर्मी कचरे नहीं होगा  

अपरमाणु संलयन को परमाणु विखंडन से अलग बताएं और कृत्रिम सूर्य के रेडियोधर्मी कचरे नहीं होगा  

न तो धुआं, न ही प्रदूषण! कृत्रिम सूर्य से होगा स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन   

यह तकनीक विकास अभी 1st चरण में है।अनुमान है व्यवहार्य कृत्रिम सूर्य बनने में अभी भी कई दशक लग सकते हैं।