Vyas Samman(व्यास सम्मान), भारतीय साहित्य का एक प्रमुख पुरस्कार है, जिसका नाम हिंदू ज्ञान की देवी, सरस्वती के नाम पर रखा गया है। सरस्वती सम्मान भारत के संविधान की अनुसूची VIII में सूचीबद्ध भारत की 22 भाषाओं में से किसी में उत्कृष्ट गद्य या पद्य साहित्यिक कार्यों के लिए एक वार्षिक पुरस्कार है।
के के बिड़ला फाउंडेशन क्या है?
के. के. बिडला फाउंडेशन की स्थापना 1991 में प्रसिद्ध उद्योगपति कृष्ण कुमार बिड़ला द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय साहित्य को बढ़ावा देना है। पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित भारतीय नागरिक की उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को फाउंडेशन द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कारों के लिए चुना जाता है।
के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण पुरस्कार :-
- सरस्वती सम्मान
- बिहारी पुरस्कार
- व्यास सम्मान
Vyas Samman सम्मान के बारे में-
- स्थापना – वर्ष 1991 में की गई थी।
- पुरस्कार राशि – 4 लाख रुपये नकद, एक प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह
- प्रथम विजेता – रामविलास शर्मा (1991)
- विवरण – ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद भारत में दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा साहित्य सम्मान
- यह पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
- कृति का चयन: यह काम, हिन्दी साहित्य के प्रख्यात विहान प्रोफेसर रामजी तिवारी की अध्यक्षता वाली चयन समिति करती है।
34th Vyas Samman 2024
- हिंदी लेखिका सूर्यबाला को उनके 2018 में प्रकाशित उपन्यास “कौन देश को वासी: वीनू की डायरी” के लिए 34वां व्यास सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया है।
- 1943 में वाराणसी में जन्मीं सूर्यबाला ने सामाजिक विषयों पर आधारित 50 से अधिक रचनाएँ लिखी हैं, जो सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि को दर्शाती हैं।
- यह उपन्यास अमेरिका में रह रहे भारतीय युवाओं के सांस्कृतिक संघर्षों और पहचान संकटों का अन्वेषण करता है।
33वाँ व्यास पुरस्कार 2023
- हाल ही में 33वें व्यास सम्मान, 2023 के लिए हिंदी की प्रख्यात लेखिका ‘पुष्पा भारती‘ को चुना गया है।
- बता दें कि यह पुरस्कार उनके 2016 के संस्मरण ‘यादें, यादें और यादें’ के लिए दिया जाएगा।
- इस पुरस्कार में लेखिका पुष्पा भारती को चार लाख रुपये की राशि, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका से सम्मानित किया जाएगा।
32वाँ व्यास पुरस्कार 2022:
- प्रसिद्ध हिंदी लेखक डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी को।
- व्यंग्य: उपन्यास ‘पागलखाना’ के लिए दिया गया था।
Vyas Samman 2024 Winners List
1. | 1991 | रामविलास शर्मा | प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी |
2. | 1992 | डॉ शिव प्रसाद सिंह | नीला चांद |
3. | 1993 | गिरिजा कुमार माथुर | में वक्त के सामने हूं |
4. | 1994 | धर्मवीर भारती | सपना अभी भी |
5. | 1995 | कुंवर नारायण | आत्मजयी |
6. | 1996 | प्रोफेसर रामस्वरूप चतुर्वेदी | हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास |
7. | 1997 | केदारनाथ सिंह | उत्तर कबीर |
8. | 1998 | गोविंद मिश्रा | पांच आंगनों वाला घर |
9. | 1999 | श्रीलाल शुक्ला | बिस्त्रामपुर का संत |
10. | 2000 | गिरिराज किशोर | पहला गिरमिटिया |
11. | 2001 | रमेश चंद्र शाह | आलोचना का पक्ष |
12. | 2002 | कैलाश बाजपेई | पृथ्वी का कृष्णपक्ष |
13. | 2003 | चित्रा मृदुल | आवां |
14. | 2004 | मृदुला गर्ग | कठगुलाब |
15. | 2005 | चंद्रकांता | कथा सरित्सागर |
16. | 2006 | परमानंद श्रीवास्तव | कविता का अर्थात |
17. | 2007 | कृष्णा सोबती | समय सरगम |
18. | 2008 | मन्नू भंडारी | एक कहानी यह भी |
19. | 2009 | अमरकांत | इन्हीं हथियारों से |
20. | 2010 | विश्वनाथ प्रसाद तिवारी | फिर भी कुछ रह जाएगा |
21. | 2011 | रामदरश मिश्रा | आम के पत्ते |
22. | 2012 | नरेंद्र कोहली | न भूतों न भविष्यति |
23. | 2013 | विश्वनाथ त्रिपाठी | व्योमकेश दरवेश |
24. | 2014 | कमल किशोर गोयनका | प्रेमचंद की कहानियों का अध्धयन |
25. | 2015 | सुनीता जैन | क्षमा |
26. | 2016 | सुरेंद्र वर्मा | काटना शमी का वृक्ष पंखुरी की धार से |
27. | 2017 | ममता कालिया | दुक्खम सुक्खम |
28. | 2018 | लीलाधर जगूड़ी | जितने लोग उतने प्रेम |
29. | 2019 | नासिरा शर्मा | कागज की नाव |
30. | 2020 | शरद पगारे | पाटलिपुत्र की साम्राज्ञी |
31. | 2021 | असगर वजाहत | महाबली नाटक |
32. | 2022 | ज्ञान चतुर्वेदी | पागलखाना उपन्यास |
33. | 2023 | पुष्पा भारती | यादें, यादें और याद |
34. | 2024 | August main aana |
निष्कर्ष
भारतीय हिंदी साहित्य और कला के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सम्मान है। यह पुरस्कार भारतीय साहित्यकारों और कलाकारों के योगदान को मान्यता देने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उम्मीद है कि इस लेख से आपको इस पुरस्कार के बारे में विस्तृत जानकारी मिली होगी। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो कृपया कमेंट करके हमे बतायें ओर आर्टिकल को शेयर करे।