TCS 2% Staff Cut की खबर आते ही IT सेक्टर में हलचल मच गई है। Tata Consultancy Services ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अपनी global workforce ( 6,13,000+ कर्मचारी) का करीब 2% हिस्सा कम करेगी। इसका मतलब है कि लगभग 12,000 से अधिक middle और senior level कर्मचारियों की नौकरियों पर असर पड़ेगा।
TCS 2% Staff Cut क्यों कर रहा है?
इसका सबसे बड़ा कारण है AI और नई तकनीकों का तेजी से अपनाना। TCS अब अपने operations को ज्यादा automated और future-ready बनाना चाहता है। ऐसे में जिन roles की जरूरत पहले थी, वो अब बदल रही हैं।
किस प्रकार के कर्मचारियों पर पड़ेगा असर?
यह छंटनी खासकर middle और senior-level कर्मचारियों पर असर डालेगी, जिनकी स्किल्स अब कंपनी के नए tech मॉडल से मेल नहीं खा रही हैं। junior staff या fresher employees इस कटौती से ज़्यादा प्रभावित नहीं होंगे। यह TCS का अब तक का सबसे बड़ा layoff है — पहले कट 2012 में ~2,500 कर्मचारी हटाए गए थे
Project Fluidity – नई रणनीति
TCS ने अपने internal बदलाव के लिए “Project Fluidity” शुरू किया है। इस रणनीति के तहत underperforming कर्मचारियों को bench पर रखा जा रहा है और कोशिश की जा रही है कि उन्हें नए प्रोजेक्ट्स में फिर से तैनात किया जाए। लेकिन जहां ये संभव नहीं है, वहां छंटनी की जा रही है।
Reskilling का प्रयास जारी है
TCS ने कई कर्मचारियों के लिए reskilling और upskilling कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। लेकिन सभी को दोबारा तैनात करना संभव नहीं हो पा रहा है, इसलिए यह staff cut ज़रूरी माना गया है।
क्या यह अचानक हुआ फैसला है?
नहीं। कंपनी ने बताया कि यह प्रक्रिया धीरे-धीरे की जाएगी और सभी प्रभावित कर्मचारियों को alternate roles की तलाश का मौका दिया जाएगा। साथ ही, उन्हें exit benefits और placement support भी मिलेगा।
Conclusion
TCS 2% Staff Cut केवल एक संख्या नहीं है, यह संकेत है कि IT इंडस्ट्री किस दिशा में बढ़ रही है। AI और automation अब हर कंपनी की रणनीति का हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे में कर्मचारियों को भी खुद को नए tech के अनुरूप ढालना जरूरी है। भविष्य उन्हीं के लिए है जो सीखने और बदलने के लिए तैयार हैं।