भारतीय साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित Moortidevi Award Winner List in Hindi की जानकारी हर साहित्य प्रेमी के लिए जरूरी है। इस लेख में हम आपको मूर्तिदेवी पुरस्कार का इतिहास, महत्व, चयन प्रक्रिया और 2024 तक के सभी विजेताओं की सूची प्रदान करेंगे। साथ ही आप यहां 2024 की PDF सूची भी प्राप्त कर सकते हैं।
मूर्तिदेवी पुरस्कार की मुख्य विशेषताएं
मूर्तिदेवी पुरस्कार की शुरुआत 1982 में भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय साहित्य और संस्कृति में योगदान देने वाले लेखकों को पहचान और प्रोत्साहन देना है।
- नाम की उत्पत्ति: संस्थापक साहू शांति प्रसाद जैन की माता मूर्ति देवी के नाम पर
Murtidevi Award Winner Short Description
पुरस्कार का वर्ग | हिंदी साहित्य |
स्थापना वर्ष | 1982 |
भाषा | 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं को । |
पुरस्कार राशि | 04 लाख रुपयेएक प्रशस्ति पत्र,प्रतीक चिह्न और वाणी की हिंदू देवी वागदेवी की एक प्रतिमा प्रदान की जाती है। |
प्रथम विजेता | सी. के नागराज राव,पहले कन्नड़ लेखक थे |
वर्ष 2019 तक के अंतिम विजेता | डॉ॰ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी (आस्ति और भवति) |
विवरण | भारतीय ज्ञानपीठ समिति द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान |
मूर्तिदेवी पुरस्कार- हाल के वर्षों के विजेता
वर्ष | विजेता का नाम | कृति | भाषा |
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2017 | जॉय गोस्वामी | दू दोंदो फोवारा मात्रो | बंगाली |
2019 | डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी | अस्ति और भवति | हिंदी |
Murtidevi Award Winner List in hindi
No. | Years | Writer | Book | Language |
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1 | 1983 | सी.के नागराज राव | कन्नड़ | |
2 | 1984 | वीरेंद्र कुमार सखलेचा | हिन्दी | |
3 | 1985 | मनुभाई पाँचोली ‘दर्शक' | गुजराती भाषा | |
4 | 1986 | कन्हैया लाल सेथिआ | राजस्थानी | |
5 | 1988 | विष्णु प्रभाकर | हिन्दी | |
6 | 1989 | विद्या निवास मिश्र | हिन्दी | |
7 | 1990 | मुनि श्री नागराज | हिन्दी | |
8 | 1991 | डॉ प्रतिभा राय | यज्ञसेनी | मलयालम |
9 | 1992 | कुबेरनाथ राय | कामधेनु | हिन्दी |
10 | 1993 | श्यामाचरण दुबे | हिन्दी | |
11 | 1994 | शिवाजी सावन्त | मराठी | |
12 | 1995 | निर्मल वर्मा | भारत और यूरोप प्रतिश्रुति के क्षेत्र | हिन्दी |
13 | 2000 | गोविन्दचन्द्र पांडेय | हिन्दी | |
14 | 2001 | राममूर्ति त्रिपाठी | हिन्दी | |
15 | 2002 | यशदेव शल्य | हिन्दी | |
16 | 2003 | कल्याण मल लोढा | हिन्दी | |
17 | 2004 | नारायन देसाई | मारू जीवन आज मारी वाणी | गुजराती |
18 | 2005 | डॉ राममूर्ति शर्मा | भारतीय दर्शन की चिन्तनधारा | हिन्दी |
19 | 2006 | कृष्णबिहारी मिश्र | कल्पतरु की उत्सव लीला | हिन्दी |
20 | 2007 | वीरप्पा मोइली | श्री रामायण महानिवेशणम | कन्नड़ |
21 | 2011 | गुलाब कोठारी | मैं ही राधा मैं ही कृष्ण | हिंदी |
22 | 2012 | हरप्रसाद दास | ओड़िआ | |
23 | 2013 | सी राधाकृष्णन | मलयालम | |
24 | 2014 | विश्वनाथ त्रिपाठी | व्योमकेश दरवेश | हिन्दी |
25 | 2015 | प्रो. कोलकलुरी इनोच | अनंत जीवनम् | तेलगू |
26 | 2016 | एम.पी. वीरेंद्र कुमार | हयमथभूविल | मलयालम |
27 | 2017 | जॉय गोस्वामी | दू दोंदो फवारा मत्रो | बांग्ला |
28 | 2018 | |||
29 | 2019 | डॉ॰ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी | एस्टी और भवति | हिन्दी |
30 | 2020 | |||
31 | 2021 | |||
32 | 2022 | |||
33 | 2023 |
चयन प्रक्रिया कैसे होती है?
- यह पुरस्कार मरणोपरांत नहीं दिया जाता
- नामांकन स्वीकार नहीं किए जाते
- चयन भारतीय ज्ञानपीठ की समिति द्वारा किया जाता है
निष्कर्ष
Moortidevi Award साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्टता की पहचान का प्रतीक है। यह न सिर्फ लेखकों के लिए एक सम्मान है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा भी है।
इनको भी पढ़ो – साहित्य अकादमी सूची, ज्ञानपीठ
उम्मीद है कि इस लेख से आपको इस पुरस्कार के बारे में विस्तृत जानकारी मिली होगी। अगर आपको यह article पसंद आया हो तो कृपया कमेंट करके हमे बतायें ओर आर्टिकल को शेयर करे।