Gopal Das Neeraj Smriti Award

Gopal Das Neeraj Smriti Award: गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार

Gopal Das Neeraj Smriti Award: गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार

उत्तर प्रदेश के युवा कवियों को मिला गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार: गोपाल दास नीरज की साहित्यिक विरासत

हिंदी साहित्य के गौरवशाली इतिहास में गोपाल दास नीरज का नाम अमर स्वरों में लिखा गया है। इटावा के इस सुपुत्र ने अपनी कविताओं और गीतों के माध्यम से लाखों दिलों को छुआ। उनकी रचनाएँ, सरल भाषा और गहन भावनाओं का अद्भुत संगम हैं, जिन्होंने उन्हें जन-जन के प्रिय कवि बना दिया। नीरज जी ने प्रेम, विरह, देशभक्ति जैसे अमर विषयों को अपनी काव्य-साधना का केंद्र बनाया। उनकी कविताएँ सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, बल्कि जी ली जाती हैं।

गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार

महान कवि गोपाल दास नीरज की याद में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक सराहनीय पहल की है। वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि प्रतिवर्ष पांच युवा कवियों को नीरज स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार न केवल युवा कवियों को प्रोत्साहित करता है बल्कि हिंदी साहित्य के समृद्ध इतिहास को आगे बढ़ाने का भी माध्यम बनता है।

गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार के विजेता कवि सूची

वर्ष 2023 के लिए नीरज स्मृति पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पांच युवा कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से एक नई लेखकीय संवेदना का परिचय कराया है। इनमें लखनऊ के व्यंग्यकार-कवि पंकज प्रसून, युवा कवयित्री निशा सिंह, प्रयागराज के डॉ. प्रभांशु कुमार, फिरोजाबाद के कृष्ण कुमार कनक और बहराइच के वेद मित्र शुक्ला शामिल हैं। इन प्रतिभाशाली कवियों को उनकी उत्कृष्ट रचनाओं के लिए एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया।

गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार पाने वाले कवि कौन हैं?

26 जून, 2023 को उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान ने पाँच युवा कवियों को प्रतिष्ठित गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार देने की घोषणा की। यह सम्मान उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध कवि गोपाल दास नीरज की स्मृति में स्थापित किया गया है।

इस साल के पुरस्कार प्राप्त करने वालों में शामिल हैं:

    • पंकज प्रसून (लखनऊ): रचना – “तब गीतों ने साथ निभाया”
    • निशा सिंह नवल (लखनऊ): रचना – “मैं निशा हूँ”
    • डॉ. प्रभांशु कुमार (प्रयागराज): रचना – “डॉ. प्रभांशु की कलम से काव्य संग्रह”
    • कृष्ण कुमार कनक (फिरोजाबाद): रचना – “उलझाता छविजाल तुम्हारा”
    • वेद मित्र शुक्ला (बहराइच): रचना – “एक समंदर गहरा भीतर”

गोपाल दास नीरज पुरस्कार का महत्व

नीरज स्मृति पुरस्कार का महत्व इस बात में निहित है कि यह युवा कवियों को एक मंच प्रदान करता है। इस पुरस्कार के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाता है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इससे हिंदी साहित्य के भविष्य को और अधिक उज्ज्वल बनाने में मदद मिलेगी।

गोपालदास सक्सेना ‘नीरज’ का जन्म 4 जनवरी 1925 को ब्रिटिश भारत के संयुक्त प्रांत आगरा और अवध (वर्तमान उत्तर प्रदेश) के इटावा जिले के पुरावली गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम बाबू ब्रजकिशोर सक्सेना था। नीरज मात्र 6 वर्ष के थे जब उनके पिता का देहांत हो गया। इस घटना ने उनके जीवन पर गहरा असर डाला। उन्होंने 1942 में एटा से हाई स्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की।

गोपालदास “नीरज” के जीवन और योगदान

हिंदी साहित्य की उन्नति में योगदान
नीरज की रचनाएँ, उनकी सादगी और गहराई के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने साहित्य और सिनेमा दोनों में अमिट छाप छोड़ी है।

सर्वश्रेष्ठ काव्य रचनाएँ

  • स्वप्न झरे फूल से
  • कारवां गुजर गया
  • देखती ही रहो आज दर्पण न तुम
  • काल का पहिया घुमता रहे

यह पुरस्कार न केवल कवियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। इससे साहित्य के प्रति लोगों की रुचि बढ़ेगी और युवा पीढ़ी को रचनात्मकता के लिए प्रेरित किया जाएगा।

नीरज के फिल्मी गीतों का जादू

गोपालदास “नीरज” के लिखे हुए गीतों ने सिनेमा जगत में भी धूम मचाई। उनके लिखे गीतों ने राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, और राज कपूर जैसे दिग्गज कलाकारों के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया।

हिंदी साहित्य के सभी पुरस्कार List pdf download

  1. Vyas samman (व्यास सम्मान)
  2. Shalaka Samman (श्लाका पुरस्कार)
  3. Gyanpeeth Award (ज्ञानपीठ पुरस्कार)
  4. Saraswati samman (सरस्वती सम्मान)
  5. Murtidevi puraskar (मूर्तिदेवी पुरस्कार)
  6. Bal sahitya puraskar (बाल साहित्य पुरस्कार)
  7. Bharat Bharti Samman (भारत भारती सम्मान)
  8. Gopal Das Neeraj Smriti अवार्ड (गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार)

गोपाल दास नीरज की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए यह पुरस्कार एक महत्वपूर्ण कदम है। आशा है कि आने वाले समय में भी ऐसे प्रतिभाशाली कवि सामने आएंगे जो हिंदी साहित्य की गौरव गाथा को और आगे बढ़ाएंगे।

Gopal Das Neeraj Smriti Award: गोपाल दास नीरज स्मृति पुरस्कार

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