UP के 75 जिलों का सम्पूर्ण परिचय: इतिहास, प्रमुख पर्यटन स्थल, और सांस्कृतिक धरोहरों की जानकारी।
उत्तर प्रदेश: Detailed Guide to UP’s 75 Districts
उत्तर प्रदेश, भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य, अपने समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है। राज्य का प्रशासनिक ढांचा बहुत ही जटिल और विस्तृत है, जिसमें 75 जिले शामिल हैं। आइए उत्तर प्रदेश के इन जिलों की गहराई से पड़ताल करते हैं और समझते हैं कि कौन सा जिला सबसे बड़ा है, कौन सा सबसे छोटा, और इनका राज्य और देश के विकास में क्या महत्व है।
उत्तर प्रदेश के जिलों का विभाजन
1. पूर्वांचल (Purvanchal)
पूर्वांचल यह क्षेत्र गंगा और गंडक नदियों से घिरा हुआ है, और यहां की संस्कृति गंगा-जमुनी तहज़ीब से प्रभावित है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में 17 जिले आते हैं, जिनमें गोंडा, वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, गाजीपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ, महाराजगंज, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बलिया और सोनभद्र शामिल हैं। हालांकि, कुछ स्थानों पर इनकी संख्या 18 भी बताई जाती है, लेकिन आमतौर पर ये 17 जिले ही माने जाते हैं।
2. अवध (Awadh)
अवध क्षेत्र उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक भाग है, जिसे पहले ‘कोशल’ के नाम से जाना जाता था। इस क्षेत्र की राजधानी फैजाबाद (वर्तमान अयोध्या) थी, जो रामायण काल में भगवान श्रीराम की नगरी के रूप में प्रसिद्ध है। समय के साथ, अवध की राजधानी लखनऊ बन गई, जो अब उत्तर प्रदेश की राजधानी भी है।
अवध नवाबों के अधीन था, जो स्वतंत्रता से शासित एक समृद्ध राज्य था। यह क्षेत्र उर्दू साहित्य और कविता का प्रमुख केंद्र रहा है। दिल्ली के पतन के बाद, उर्दू के कई प्रसिद्ध शायर लखनऊ में आकर बस गए थे, जिससे यह शहर उर्दू साहित्य का गढ़ बन गया।
उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र में निम्नलिखित जिले शामिल हैं: लखनऊ, सुल्तानपुर, रायबरेली, उन्नाव, कानपुर, भदोही, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, प्रतापगढ़, बहराईच, बलरामपुर, गोंडा, हरदोई, लखीमपुर खीरी, कौशांबी, सीतापुर, श्रावस्ती, फतेहपुर, जौनपुर (पश्चिमी हिस्सा), मिर्जापुर (पश्चिमी हिस्सा), कन्नौज, पीलीभीत और शाहजहांपुर।
3. बुंदेलखंड (Bundelkhand): ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
बुंदेलखंड, मध्य भारत का एक प्राचीन क्षेत्र है, जिसे पुरातन समय में जेजाकभुक्ति के नाम से जाना जाता था। यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैला हुआ है और अपनी ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। बुंदेलखंड को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और वीर आल्हा-ऊदल के लिए भी जाना जाता है।
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में कुल 7 जिले आते हैं: जालौन, झांसी, चित्रकूट, ललितपुर, हमीरपुर, बांदा, महोबा
4. पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western UP)
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, आगरा, मथुरा, अलीगढ़ और सहारनपुर जैसे जिले आते हैं। यहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि और उद्योग हैं।
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और सबसे छोटे जिले
सबसे बड़ा जिला: लखीमपुर खीरी
लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है, जो 7,680 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह जिला नेपाल की सीमा पर स्थित है और इसका प्रशासनिक केंद्र लखीमपुर शहर में है। लखीमपुर खीरी अपने दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के लिए प्रसिद्ध है, जो उत्तर प्रदेश का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है और बाघ, तेंदुआ, और अन्य दुर्लभ प्रजातियों का निवास स्थान है।
सबसे छोटा जिला: भदोही
उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला भदोही है, जो राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है। इसका क्षेत्रफल सबसे कम है और इसका मुख्यालय ज्ञानपुर में है। यह जिला अपने कालीन उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और इसे ‘भारत का कालीन नगर’ भी कहा जाता है।
नए जिलों का निर्माण और उनका महत्व
2011 में उत्तर प्रदेश में तीन नए जिलों का निर्माण किया गया: प्रबुद्धनगर, पंचशील नगर, और भीमनगर। ये नए जिले राज्य की बदलती प्रशासनिक जरूरतों और जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए बनाए गए। इन जिलों का निर्माण राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रशासनिक सुविधा और विकास को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों की सूची और उनका महत्व: UP के प्रत्येक जिले का संक्षिप्त परिचय
उत्तर प्रदेश, जो भारत का सबसे बड़ा राज्य है, कुल 75 जिलों में विभाजित है। ये जिले राज्य के 240,928 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैले हुए हैं। हर जिले का प्रशासनिक नेतृत्व एक जिला मजिस्ट्रेट या कलेक्टर के हाथ में होता है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी होते हैं। राज्य की बेहतर प्रशासनिक सुविधा के लिए, इन जिलों को 18 प्रशासनिक प्रभागों में विभाजित किया गया है।
यूपी 75 के जिलों की सूची:-
1. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: सहारनपुर
- जिला मुख्यालय: सहारनपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 34,67 332
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 11
- हस्तशिल्प:- काष्ठ कला, कागज, लुग्दी उद्योग.
- एक जिला एक उत्पाद: लकड़ी पर नक्काशी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- पौराणिक मान्यता है कि शाकुम्भरी देवी मंदिर के यहां स्थित होने से जनपद का नाम सहारनपुर पड़ा।
- सहारनपुर का नामकरण राजा शाह रणवीर के नाम पर हुआ है। इसकी स्थापना वर्ष 1340 ई. में हुई।
- यह गंगा और यमुना की पवित्र नदियों के बीच फैले हुए दोआब क्षेत्र में बसा है।
- सहारनपुर कृषि उत्पादों गन्ना, गेहूँ, चावल और कपास आदि का प्रमुख क्षेत्र है।
- यह क्षेत्र काष्ठ-कला के लिए प्रसिद्ध है।
- ताम्र-कांस्य संस्कृति के साक्ष्य सहारनपुर जिले से मिले हैं।
2. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: शामली
- जिला मुख्यालय: शामली
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 13,13,650
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 05
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: पीर बिडौली, कर्ण का तालाब, हनुमान मंदिर, गुरुद्वारा, जैन मंदिर
- एक जिला एक उत्पाद:- लौह कला
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- शामली दिल्ली-सहारनपुर राजमार्ग पर स्थित है।
- स्वतंत्रता संग्राम 1857 में क्रांतिकारी मोहन सिंह और सैय्यद पठान ने यहां अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया था।
- शामली में निर्मित किए जाने वाले रिम एवं एक्सल की मांग राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी है।
- शामली की भूमि बहुत उपजाऊ है जो इस स्थान को समृद्ध और विकसित बनाती है।
3. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: मुजफ्फरनगर
- जिला मुख्यालय: मुजफ्फरनगर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 28,29,860
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: नेहरू पार्क, शुक्रताल की नक्षत्र वाटिका, श्री पंचमुखी महादेव मंदिर
- प्रमुख उद्योग:-रोलिंग, चीनी, स्टील, कागज
- एक जिला एक उत्पाद: गुड़ उत्पादन
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- मुजफ्फरनगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का हिस्सा है।
- मुगल बादशाह शाहजहां के जागीदार सरदार सैय्यद मुजफ्फर खान और उसके बेटे ने सरवट ग्राम के पास वर्ष 1633 में मुजफ्फरनगर शहर की स्थापना की थी।
- प्रदेश का सबसे बड़ा अनाज उत्पादन जनपद मुजफ्फरनगर है।
- चीनी और गुड़ उत्पादन यहां का महत्वपूर्ण उद्योग है।
- मुजफ्फरनगर की उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कृषि जीडीपी है। इसे प्रमुख रूप से कृषि प्रधान जिला माना जाता है।
- इसे ‘भारत का चीनी बाउल’ के नाम से भी जाना जाता है।
4. उत्तर प्रदेश का जिला: बिजनौर
- जिला मुख्यालय: बिजनौर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 36,82,713
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 11
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: दरगाह आलिया नजफ-ए-हिंद जोगीम्पुरी नजीबाबाद, विदुर कुटि
- एक जिला एक उत्पाद:– काष्ठ कला
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- गंगा नदी सबसे पहले बिजनौर जिले में प्रवेश करती है।
- यह कौरव, पाण्डवों तथा राजा दुष्यंत की कार्य स्थली रही है।
- अकबर के मंत्री अबुफजल का संबंध भी बिजनौर से रहा है।
5. उत्तर प्रदेश का जिला: मेरठ
- जिले का मुख्यालय: मेरठ
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 34,43,689
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या:12
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: सरधना, हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़
- हस्तशिल्प:- कॉरपेट, हौजरी
- एक जिला एक उत्पाद:- खेल का सामान
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- मेरठ गंगा और युमना के बीच बसा हुआ क्षेत्र है।
- 10 मई 1857 ई. को मेरठ से क्रांति की शुरुआत हुई थी।
- महाभारत काल में कौरवों की राजधानी हस्तिनापुर थी| जो कि वर्तमान में मेरठ जिले के अंतर्गत आता है।
- मेरठ जिले में आलमगीरपुर से सैन्धव सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो इस सभ्यता का पूर्वी विस्तार माना जाता है।
- मेरठ में स्थापित सम्राट अशोक के स्तम्भ लेख को फिरोज तुगलक ने दिल्ली ले जाकर स्थापित किया।
- मेरठ को भारत की खेल राजधानी कहा जाता है। यहाँ निर्मित खेल उत्पाद विश्व में प्रसिद्ध है।
- मेरठ की कैंचियां प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध रही है।
6. उत्तर प्रदेश का जिला: बागपत
- जिले का मुख्यालय: बागपत
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 13,03,048
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 06
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल :पुरा महादेव, बरनाना, वाल्मीकि आश्रम बालैनी, बड़ा गाँव
- एक जिला एक उत्पाद:- होम फर्निशिंग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- बागपत शहर यमुना नदी के तट पर स्थित और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है।
- बागपत उत्तर प्रदेश का एक कृषि समृद्ध जनपद है।
- 1997 ई. में बागपत को जिला बनाया गया।
- बागपत जिले के जैन तीर्थकर पार्श्वनाथ की मूर्ति बड़गांव में अवस्थित है।
7. उत्तर प्रदेश का जिला: गाजियाबाद
- जिले का मुख्यालय: गाजियाबाद
- जनसंख्या (जनगणना 2011):33,43,334
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 04
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: गढ़मुक्तेश्वर का गंगा मंदिर, केशर का टिला, लहुणासुर का किला, पूँठ, दूधेश्वर मंदिर, मोहन नगर मंदिर
- एक जिला एक उत्पाद: इंजीनियरिंग समान
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- दिल्ली से नजदीक होने के कारण गाजियाबाद को उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार कहा जाता है।
- एक जनपद के रूप में गाजियाबाद की स्थापना 14 नवम्बर, 1976 को पं. जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर हुई थी।
- जनगणना 2011 के अनुसार प्रदेश का अधिकतम घनी आबादी वाला जिला गाजियाबाद है।
- गाजियाबाद इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री के उत्पादन के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
8. उत्तर प्रदेश का जिला : हापुड़
- जिला मुख्यालय: हापुड़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 13,38,311
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 04
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: दुग्धेश्वर मंदिर, चण्डी मंदिर, सपनावत साई मंदिर, ब्रजघाट, गढ़मुक्तेश्वर
- एक जिला एक उत्पाद:- होम फर्निशिंग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यह जिला दिल्ली NCR क्षेत्र में आता है।
- हापुड़ शब्द ‘हायर’ से बना है, जिसका अर्थ है- बगीचा।
- 2011 को बसपा सरकार ने हापुड़ को ‘पंचशील नगर’ नाम से एक नए जिले के रूप में गठित किया।
- 2012 में समाजवादी सरकार ने इसका नाम बदलकर हापुड़ कर दिया गया।
- यह स्टेनलेस स्टील पाइप, ट्यूब, पापड़ आदि का प्रमुख केंद्र है।
9. उत्तर प्रदेश का जिला: अमरोहा
- जिला मुख्यालय: अमरोहा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 18,40,221
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 06
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: मजार शाह विलायत साहिब, वासुदेव मंदिर, तुलसी पार्क।
- प्रमुख उद्योग:- चड्ढा रबड़, शिवालिक सेल्यूलोज
- एक जिला एक उत्पाद: वाद्ययंत्र (ढोलक) एवं रेडीमेड गारमेंट्स
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- 1801 ई. में अमरोहा का क्षेत्र ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन आ गया।
- 15 अप्रैल 1997 को उत्तर प्रदेश सरकार ने अमरोहा जनपद का गठन किया।
- प्राचीनकाल में अमरोहा पर लंबे समय तक राजपूत वंश ने शासन किया।
10. उत्तर प्रदेश का जिला: मुरादाबाद
- जिला मुख्यालय: मुरादाबाद
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 47,72,2006
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: साईं मंदिर, गौतमबुद्ध पार्क
- हस्तशिल्प:- पीतल का काम, स्वर्णकारी, वस्त्र रंगाई-छपाई, लकड़ी का काम, कशीदाकारी, स्याही कलम तथा नक्काशी
- एक जिला एक उत्पाद: धातु शिल्प
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- इस जिले की मुगल सम्राट शाहजहाँ के पुत्र मुराद के नाम पर रखा गया और यह रामगंगा नदी के तट पर स्थित है।
- मुरादाबाद प्राचीन समय की हस्तकला, पीतल के उत्पादों पर की गई हॉन हैंडीक्रॉफ्ट के लिए प्रसिद्ध है।
11. उत्तर प्रदेश का जिला: रामपुर
- जिला मुख्यालय: रामपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 23,35,819
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 06
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: रामपुर का किला, रजा लाइब्रेरी, गांधी समाधि रामपुर।
- एक जिला एक उत्पाद: पैचवर्क के साथ एप्लिक वर्क, जरी पैचवर्क एवं मेंथा।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- रजा अली खान रामपुर के अंतिम नबाव थे।
- रामपुर का नामकरण राजा राम सिंह के नाम पर नवाब फैजुल्ला खान द्वारा किया गया था
- रामपुर घराना नृत्य से जुड़ा एक संगीत घराना है।
12. उत्तर प्रदेश का जिला: संभल
- जिला मुख्यालय: बहजोई
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 2192933
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: श्रीकल्कि विष्णु मंदिर, घंटाघर, तोता-मैना की कब्र, जामा मस्जिद आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: हस्तशिल्प (हॉर्न-बोन)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- 28 सितम्बर, 2011 को भीमनगर के नाम से इस जिले का गठन किया गया।
- वर्ष 2012 में तत्कालीन का निर्माण करवाया गया प्रदेश सरकार ने भीमनगर का नाम बदलकर सम्भल कर दिया।
- सम्भल में बाबर द्वारा बाबरी मस्जिद अवस्थित है।
13. उत्तर प्रदेश का जिला: बुलन्दशहर
- जिले का मुख्यालय: बुलन्दशहर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 34,99,171
- तहसीलों की संख्या: 07
- विकास खण्डों की संख्या: 16
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल:- रामघाट, नरौरा, अनूपशहर, खुर्जा
- हस्तशिल्प:- पाटरी उद्योग
- एक जिला एक उत्पाद:- सिरेमिक उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- उत्तर प्रदेश का एकमात्र नाभिकीय विद्युत संयंत्र नरौरा में गंगा नदी के तट पर स्थित है।
- यह शहर दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्सा है।
- बुलन्दशहर औद्योगिक रूप से विकसित जिला है।
- खुर्जा को चीनी मिट्टी के काम के लिए जाना जाता है|
14. उत्तर प्रदेश का जिला: गौतमबुद्ध नगर
- जिले का मुख्यालय: ग्रेटर नोएडा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 16,48,000
- तहसीलों की संख्या : 03
- विकास खण्डों की संख्या : 04
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल:- सूरजपुर वेटलैंड, गौतमबुद्ध पार्क, नोएडा फिल्म सिटी
- प्रमुख उद्योग:- पेण्ट, खिलौने, ऑटोमोबाईल, न्यूज चैनल्स आदि।
- एक जिला एक उत्पाद:- रेडीमेड कपड़े
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- गौतमबुद्ध नगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
- 9 जून, 1997 को गौतमबुद्ध नगर जिले की स्थापना हुई।
- जनगणना, 2011 के अंतिम आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला गौतमबुद्ध नगर है।
- इस जिले में अवस्थित नोएडा (New Okhla Industrial Development Authority-NOIDA) एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक नगरों में से एक है|
15. उत्तर प्रदेश का जिला: अलीगढ़
- जिला मुख्यालय: अलीगढ़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 36,73,889
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 13
- प्रमुख उद्योग:- हल्की मशीनरी, ताला उद्योग
- एक जिला एक उत्पाद: ताले एवं हार्डवेयर, धातु हस्तशिल्प
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- 1524-25 में इब्राहिम लोदी ने इस शहर का नाम मोहम्मदगढ़ रख दिया।
- पहले अलीगढ़ को काल या कोइल के नाम से जाना जाता था।
- 1875 में स्थापित मोहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज का नाम वर्ष 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय रखा गया।
- अलीगढ़ देश भर में ‘तालों के शहर’ के नाम से जाना जाता है।अलीगढ़ के ताले पूरे विश्व में निर्यात किये जाते हैं।
16. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: हाथरस
- जिला मुख्यालय: हाथरस
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 15,64,708
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- पर्यटन स्थल: दाऊजी महाराज का मंदिर, भद्रकाली मंदिर
- प्रमुख उद्योग:- हींग, देशी घी, चीनी, रेडीमेड परिधान, केमिकल्स, मोती, धातु हस्तशिल्प
- एक जिला एक उत्पाद:– हींग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- वर्ष 1997 में अलीगढ़ और मथुरा जिलों के कुछ हिस्सों को मिलाकर भगवान बुद्ध की माता महामाया के नाम पर एक नया जिला महामायानगर बनाया गया।
- वर्ष 2012 को तत्कालीन प्रदेश सरकार ने महामायानगर का नाम बदलकर पुनः हाथरस कर दिया।
- हाथरस उत्तर प्रदेश के ‘ब्रज परिक्षेत्र’ में आता है।
- हाथरस में 18वीं शताब्दी के राजा इन्द्रजीत सिंह द्वारा निर्मित किला जर्जर अवस्था में मौजूद है।
- प्रसिद्ध कवि काका हाथरसी इसी जिले से संबंधित हैं।
17. उत्तर प्रदेश का जिला: मथुरा
- जिला मुख्यालय: मथुरा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 25,47,184
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 10
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: गोवर्धन, गोकुल, वृंदावनं, राधाकुंड, बरसाना, नंदगाँव, बालादेओ (दाऊजी मंदिर)
- हस्तशिल्प:- गिलट के आभूषण, तुलसी कंठीमाला
- प्रमुख उद्योग:- पीतल की मूर्तियाँ, साड़ी छपाई, पत्थर शिल्प, गिलट के आभूषण।
- एक जिला एक उत्पाद: सैनिटरी फिटिंग, ठाकुर जी की पोशाक, शृंगार मूर्तिकला, कंठी माला।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- चन्द्रगुप्त मौर्य (322-298 ई.पू.) के दरबार में आये यूनानी राजदूत मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक ‘इण्डिका’ में मथुरा के लिए ‘शूरसेन’ शब्द का प्रयोग किया है।
- महाजनपद काल में मथुरा ‘शूरसेन महाजनपद’ की राजधानी थी।
- प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी पं. दीन दयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर, 1916 को मथुरा के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था।
- रामायण में मथुरा को मधुपुर या मधुदानव का नगर कहा गया है।
- मथुरा यमुना नदी के तट पर स्थित है। मथुरा श्रीकृष्ण का जन्म स्थान है।
- भारत का पहला हाथी अस्पताल मथुरा में खोला गया।
- उत्तर प्रदेश की पहली बकरी प्रजनन प्रयोगशाला, मथुरा में स्थापित की गई है।
- पं. दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ-रक्षा अनुसंधान संस्थान मथुरा में स्थित है।
- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में सबसे कम वर्षा होती है। मथुरा जिले में औसतन 54.4 सेमी वर्षा होती है।
18. उत्तर प्रदेश का जिला: आगरा
- जिला मुख्यालय: आगरा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 44,18,797
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: एतमाद-उद्-दौला, का मकबरा, ताजमहल, लालकिला (आगरा का) फतेहपुर सीकरी।
- एक जिला एक उत्पाद: चमड़ा उत्पादन, स्टोन/मार्बल से निर्मित सभी हस्तशिल्प।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- आगरा की स्थापना सिकंदर लोदी ने 1504 ई. में किया और तत्पश्चात् इसे अपनी राजधानी बनाया।
- आगरा ब्रिटिश काल में 1836-1858 ई. तक उत्तर प्रदेश (तत्कालीन उत्तर पश्चिम प्रांत) की राजधानी रहा।
- आगरा में शाहजहां द्वारा निर्मित ताजमहल तथा मोती मस्जिद स्थापत्य कला के सर्वश्रेष्ठ नमूने हैं।
- आगरा स्थित ताजमहल, किला और फतेहपुर सिकरी को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है।
- आगरा में यमुना नदी के पूर्वी तट पर एतमाद्-उद्-दौला का मकबरा है।
- नोट 1- सूरसरोवर पक्षी विहार (घोषित वर्ष 1991) आगरा में स्थित है।
- नोट 2- चंबल वन्यजीव विहार (घोषित वर्ष 1979) आगरा एवं इटावा में स्थित है।
19. उत्तर प्रदेश का जिला: फिरोजाबाद
- जिला मुख्यालय: फिरोजाबाद
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 24,98,156
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: जैन मंदिर, चंदवार गेट, वैष्णोदेवी मंदिर, सूफी साहब मजार, कोटला का किला, श्री हनुमान मंदिर, माता टीला मंदिर आदि।
- हस्तशिल्प: काँच एवं पॉटरी
- एक जिला एक उत्पाद: काँच के उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- फिरोजाबाद का प्राचीन नाम ‘चंदवार’ बताया जाता है।
- फिरोजाबाद का यह वर्तमान नाम 1566 ई. में मुगल बादशाह अकबर के मनसबदार फिरोजशाह के नाम पर रखा गया।
- आगरा से 40 किमी दूर फिरोजाबाद चूड़ियों के निर्माण के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
- 5 फरवरी, 1989 को प्रदेश सरकार द्वारा आगरा जिले को विभाजित कर फिरोजाबाद जिला बनाया गया।
20. उत्तर प्रदेश का जिला: एटा
- जिला मुख्यालय: एटा
- जनसंख्या (जनगणना 2011):17,74,480
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: पटना पक्षी विहार, जलेसर, अतरंजी खेड़ा, मारहरा
- एक जिला एक उत्पाद: घुंघरू घंटी एवं पीतल उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- प्रख्यात साहित्यकार एवं संगीतकार अमीर खुसरो का जन्म एटा में हुआ था। इन्हें ‘तूती-ए-हिन्द’ कहा गया है।
- इस शहर की स्थापना पृथ्वीराज के वंशज राजा संग्राम सिंह ने की थी।
- जनपद के कटिंगरा गांव के टीले से पांच हजार पुरानी सभ्यता के साक्ष्य मिले हैं।
21. उत्तर प्रदेश का जिला: कासगंज
- जिला मुख्यालय: कासगंज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 14,36,719
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: चमुण्डा मन्दिर, भगवान वराह मन्दिर, जामा मस्जिद, प्रभु पार्क
- एक जिला एक उत्पाद: जरी-जरदोजी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- एटा जनपद को विभाजित कर 17 अप्रैल, 2008 को कांसीराम नगर (वर्तमान कासगंज) जनपद का निर्माण हुआ। वर्ष 2012 में कांसीराम नगर का नाम कासगंज कर दिया गया।
- यह जिला गंगा और यमुना के दोआब में स्थित होने कारण अत्यन्त उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध है।
22. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बदायूँ
- जिला मुख्यालय: बदायूँ
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 36,81,896
- तहसीलों की संख्य: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: जामा मस्जिद, घंटाघर
- एक जिला एक उत्पाद: जरी-जरदोजी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- प्रो. गोटी जोन ने एक शिलालेख (जो बदायूँ में पाया गया है) के आधार पर बदायूँ नगर का नाम ‘वेदामूथ’ माना है।
- महाजनपद कालीन पांचाल का क्षेत्र का विस्तार उत्तर प्रदेश के वर्तमान जिलों- बरेली, फर्रुखाबाद और बदायूँ तक माना जाता है।
- अब्दुल कादिर बदायूँनी तथा महान सूफी संत शेख निजामुद्दीन औलिया का संबंध बदायूँ से ही था।
23. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बरेली
- जिला मुख्यालय: बरेली
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 44,48,359
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: पुराना किला, शहीद स्मारक, आला हजरत दरगाह, पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर
- हस्तशिल्प: फर्नीचर, जरी, जरदोजी आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: जरी जरदोजी, बांस उत्पाद, स्वर्णकार उद्योग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- महाजनपद कालीन उत्तरी पांचाल राज्य की राजधानी अहिछत्र के भग्नावेश बरेली की आंवला तहसील के रामनगर गांव में मिले हैं।
- बरेली रामगंगा के तट पर बसा नगर है।
- 1774 ई. में बरेली को अवध के शासक ने अपने राज्य में मिला लिया।
- 1801 ई. में इसे ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल कर लिया गया
24. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला:पीलीभीत
- जिला मुख्यालय: पीलीभीत
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 20,31,007
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: गौरीशंकर का मंदिर, जामा मस्जिद, राजा वेणु का टीला, इलाबास देवल मंदिर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व
- एक जिला एक उत्पाद: बाँसुरी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद का मुख्य भाग घने जंगलों से ढका है।
- स्वंतत्रता और देश विभाजन के पश्चात पाकिस्तान से बड़ी संख्या में आये सिखों को भारत सरकार द्वारा पीलीभीत में बसाया गया। पीलीभीत को ‘छोटा पंजाब’ कहा जाता है।गोमती नदी का उदगम पीलीभीत जनपद से होता है।
- फुल्हर झील पीलीभीत में स्थित है।
25. उत्तर प्रदेश का जिला: लखीमपुर खीरी
- जिले का मुख्यालय: लखीमपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 40,21,243
- तहसीलों की संख्या: 07
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: दुधवा नेशनल पार्क, इन्दिरा पार्क
- हस्तशिल्प:- पीतल के बर्तन
- एक जिला एक उत्पाद जरी:-जरदोजी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- क्षेत्रफल की दृष्टि से लखीमपुर खीरी प्रदेश का सबसे बड़ा जनपद है।
- लखीमपुर को पहले लक्ष्मीपुर नाम से जाना जाता है।
- लखीमपुर खीरी में देश का प्रख्यात दुधवा नेशनल पार्क एवं किशनपुर अभयारण्य हिरण पार्क स्थित है।
- लखीमपुर खीरी को चीनी का कटोरा कहा जाता है।
26. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: शाहजहाँपुर
- जिला मुख्यालय: शाहजहाँपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 30,06,538
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: शहीद रोशन सिंह स्मारक, शहीद उद्यान, शहीद राम प्रसाद बिस्मिल स्मारक
- हस्तशिल्प: कालीन, करचोबी
- एक जिला एक उत्पाद: जरी-जरदोजी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- शाहजहाँपुर की स्थापना दिलेर खां एवं शेर बहादुर खां द्वारा की गई।
- इतिहासकारों के अनुसार मुगल शासक शाहजहाँ के नाम पर इस जिले का नामकरण हुआ।
- 1813 ई. में ब्रिटिश शासन द्वारा बरेली को विभाजित कर शाहजहाँपुर जिले का गठन किया गया।
- पं. राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह तथा अशफाक उल्लाह खां जैसे अनेक क्रांतिकारियों की जन्मभूमि शाहजहाँपुर है।
- शाहजहाँपुर जिले में गंगा नदी के तट पर स्थित बांसखेड़ा में संम्राट हर्षवर्धन का ताम्रपत्र लेख प्राप्त हुआ।
27. उत्तर प्रदेश का जिला: फर्रुखाबाद
- जिले का मुख्यालय: फतेहगढ़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 18,85,204
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- प्रमुख प्रर्यटन स्थल : संकिसा, बौद्ध धर्म से संबंधित है।
- काम्पिल्य जैन धर्म से संबंधित है।
- हस्तशिल्प:- जरदोजी के लंहगे, चुनरी विश्व प्रसिद्ध हैं।
- यह स्थान 16 महाजनपदों में पांचाल के अंतर्गत आता था।
- एक जिला एक उत्पाद: वस्त्र छपाई
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यहाँ से कांस्ययुगीन हथियार और उपकरण प्राप्त हुए हैं।
- फर्रुखाबाद का उल्लेख अलबरूनी ने अपनी पुस्तक किताब-उल-हिन्द में किया है।
- उत्तर वैदिक काल में काम्पिल्य दक्षिण पांचाल की राजधानी थी, जिसकी पहचान आज के फर्रुखाबाद के रूप में होती है।
- प्रसिद्ध कवयित्री महादेवी वर्मा का जन्म फर्रूखाबाद में हुआ था।
28. उत्तर प्रदेश का जिला: मैनपुरी
- जिला मुख्यालय: मैनपुरी
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 18,68,529
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: समान पक्षी विहार, शीतला माता मंदिर, महाराजा तेज सिंह का किला, च्यवन ऋषि आश्रम
- एक जिला एक उत्पाद:- तारकशी कला
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यह जिला तम्बाकू उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
- मैनपुरी गंगा-यमुना दोआब क्षेत्र में स्थित जिला है।
- 1857 ई. के स्वतंत्रता संघर्ष में मैनपुरी स्थित रेजिमेंट ने ब्रिटिश शासन को खुलकर विरोध किया।
29. उत्तर प्रदेश का जिला: इटावा
- जिले का मुख्यालय: इटावा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 15,81,810
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: सफारी पार्क, कालीवाहन मंदिर, राजा सुमेर सिंह फोर्ट
- हस्तशिल्प:- हथकरघा, दरी
- एक जिला एक उत्पाद:- सिलाई और परिधान कढ़ाई
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- इटावा से जुड़े प्रमुख व्यक्तित्व:-डॉ. जाकिर हुसैन, मुलालय सिहं यादव और अखिलेश यादव आदि है
- सुप्रसिद्ध निबन्धकार गुलाब राय इटावा के निवासी थे।
- इटावा दिल्ली-कलकत्ता राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर यमुना नदी के तट पर बसा है।
30. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: ललितपुर
- जिला मुख्यालय: ललितपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 12.21.592
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 06
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: दशावतार मंदिर, देवगढ़, राजघाट बाँध, माताटीला बाँध आदि।
- प्रमुख उद्योग: जूता, चमड़ा तथा रेडीमेड गारमेंट्स आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: जरी रेशम साड़ी तथा खाद्य प्रसंस्करण, स्कूल पोशाक (रेडीमेड गारमेंट्स/हौजरी)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- वर्ष 1974 ई. में झाँसी को विभाजित कर के जनपद-ललितपुर की स्थापना हुई थी।
- उत्तर प्रदेश राज्य का एकमात्र यूरेनियम का स्रोत ललितपुर है।
- महावीर स्वामी वन्य जीव अभयारण्य ललितपुर में स्थित है।
- ललितपुर मध्य प्रदेश राज्य से तीन ओर से घिरा है।
31. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: झाँसी
- जिला मुख्यालय: झाँसी
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 19,98,603
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: झाँसी का किला, राजकीय संग्रहालय, बरुआसागर झील आदि।
- प्रमुख उद्योग:- आयुर्वेदिक, सीमेंट तथा पेट्रोलियम उद्योग आदि।
- एक जिला एक उत्पाद:- सॉफ्ट ट्वॉयज
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- वर्ष 1853 ई. में डलहौजी ने राज्य हड़प नीति के माध्यम से झाँसी को ब्रिटिश साम्राज्य में विलीन कर लिया था।
- 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने अपने राज्य झाँसी को प्राप्त करने हेतु अंग्रेजों से बहादुरी पूर्वक संघर्ष किया तथा 18 जून 1858 ई. को शहीद हो गईं।
- राष्ट्रीय चारा अनुसंधान संस्थान झाँसी में स्थित है।
32. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: जालौन
- जिला मुख्यालय: उरई
- जनसंख्या (जनगणना 2011):16,89,974
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: चौरासी गुम्बद, लंका मीनार, व्यास मंदिर, जगम्मनपुर किला, रामपुर का किला आदि।
- प्रमुख उद्योग:- साबुन तथा हस्तनिर्मित पेपर निर्माण उद्योग आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: हस्तनिर्मित कागज कला
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद जालौन में ‘पचनदा’ नामक स्थान पर पाँच नदियों का संगम होता है।
- जनपद जालौन तीन नदियों-यमुना, बेतवा तथा पहूज से घिरा हुआ है।
33. उत्तर प्रदेश का जिला: औरैया
- जिले का मुख्यालय: औरैया
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: देवकली मंदिर व गुरुया मंदिर, राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव अभ्यारण्य
- प्रमुख उद्योग:- हैण्डलूम वस्त्र
- एक जिला एक उत्पाद: खाद्य प्रसंस्करण (देशी घी)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यह जनपद फर्नीचर उद्योग के लिए जाना जाता है।
- औरैया जनपद की स्थापना 17 सितम्बर, 1997 को हुई।
- औरैया के दक्षिण में यमुना और उत्तर में कन्नौज स्थित है।
- औरैया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2, मुगल रोड़ पर स्थित है।
34. उत्तर प्रदेश का जिला: कन्नौज
- जिले का मुख्यालय: कन्नौज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 16,56,616
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: पुरातत्व संग्रहालय, गौरीशंकर मंदिर, लाख वहोसी पक्षी विहार, विशनगढ़ किला बारादरी
- प्रमुख उद्योग:- इत्र, परफ्यूम
- एक जिला एक उत्पाद:- इत्र
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- कन्नौज अपने इत्र के गंध के लिए विश्वप्रसिद्ध है|
- कन्नौज को त्रिपक्षीय संघर्ष के लिए जाना जाता है।
- राजशेखर कन्नौज के निवासी, जो गुर्जर प्रतिहारों के राजकवि थे।
- कन्नौज को प्राचीनकाल में ‘महोधी‘ के नाम से जाना जाता था।
- पुष्यभूति वंश के शासक हर्षवर्धन (606-647 ई.) ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।
- मुहम्मद गोरी ने 1194 ई. के चन्दावर के युद्ध में कन्नौज के शासक जयचन्द को पराजित किया।
35. उत्तर प्रदेश का जिला: हरदोई
- जिले का मुख्यालय: हरदोई
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 40,92,845
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 19
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: बेलाताली, साण्डी
- एक जिला एक उत्पाद:- हथकरघा उद्योग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष उदय सिंह गौर पार्क हरदोई में स्थित है।
- हरदोई का पुराना नाम हरिद्रोही था| जो आगे चलकर अपभ्रंशा रूप में हरदोई हो गया।
36. उत्तर प्रदेश का जिला:सीतापुर
- जिले का मुख्यालय: सीतापुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 44,83,992
- तहसीलों की संख्या: 07
- विकास खण्डों की संख्या:19
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल दधिचि कुंड़, व्यास पीठ, नैमिषारण्य
- हस्तशिल्प:- दरी का कार्य
- एक जिला एक उत्पाद:- दरी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- पौराणिक कथाओं के अनुसार नैमिषारण्य हिन्दू धर्मावलंबियों के 5 प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। माना जाता है कि यहाँ महर्षि वेदव्यास द्वारा वेदों और पुराणों की रचना की गई।
- यहाँ नैमिषारण्य धर्मस्थली है। पौराणिक मान्यता के अनुसार महर्षि दधीचि ने यहाँ राक्षसों का नाश करने के लिए अपनी अस्थियाँ देवताओं को दान की थीं।
- यहाँ दधीचि कुंड, सीताकुंड, पांडव कूप, काशी कुंड, सरस्वती सरोवर, पंच प्रयाग जैसे कई स्थल हैं।
- मुगल बादशाह अकबर के नवरत्नों में से एक टोडरमल का जन्म सीतापुर जिले के लहरपुर ग्राम में हुआ था।
37. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बहराइच
- जिला मुख्यालय: बहराइच
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 34,87,731
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह, राजा सुहेलदेव मंदिर, कतरनियाघाट वन्य जीव विहार
- हस्तशिल्प: कला कलन चित्रकारी, चिकन इम्ब्रहइडरी
- एक जिला एक उत्पाद: गेहूँ डंठल हस्तशिल्प
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- सरयू तट पर स्थित इस क्षेत्र को प्राचीनकाल में गंधर्व क्षेत्र कहा जाता था।
- यहां गाजी सैयद सालार मसूद की दरगाह का निर्माण फिरोजशाह तुगलक ने करवाया था, यहां प्रत्येक वर्ष जेठ माह में उर्स मेला का आयोजन होता है।
- बहराइच भारतीय स्वाधीनता संग्राम में सक्रिय भूमिका और महाराज सुहेल देव की गौरवगाथा के लिए प्रसिद्ध है।
38. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: श्रावस्ती
- जिला मुख्यालय: भिंगा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 11,17,361
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 05
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: जेतवन मठ, मोनेस्ट्री बौद्ध विहार, महामंगोल मन्दिर, महावीर मन्दिर
- प्रमुख उद्योग:- कृषि तथा पर्यटन
- एक जिला एक उत्पाद: जनजातीय शिल्प
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनगणना 2011 के अनुसार श्रावस्ती जिले की महिला साक्षरता दर (34.8 प्रतिशत) उत्तर प्रदेश में सबसे कम है।
- बुद्ध ने अपना सर्वाधिक समय और उपदेश श्रावस्ती में दिए।
- महाजनपद काल में श्रावस्ती कोसल राज्य की राजधानी थी।
- बुद्ध ने अपना सर्वाधिक वर्षाकाल श्रावस्ती में बिताए थे।
- आजीवक सम्प्रदाय के प्रवर्तक मक्खलि गोशाल का जन्म श्रावस्ती के समीप श्रावण में हुआ था
39. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बलरामपुर
- जिला मुख्यालय: बलरामपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 21 48 665
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: देवीपाटन मंदिर, तुलसीपुर, दुःखहरणनाथ मंदिर, हुर्मतशाह का आस्ताना
- हस्तशिल्प:- हथकरघा, लकड़ी का कार्य
- एक जिला एक उत्पाद: खाद्य प्रसंस्करण (दालें)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यहां देवीपाटन का प्रसिद्ध मेला लगता है।
- यह जिला जैन और बौद्ध दोनों धर्मो के लिए महत्वपूर्ण है।
40. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: गोण्डा
- जिला मुख्यालय: गोण्डा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 34,05,376
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 16
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: तिरमनोरमा, पसका, छपिया, सकरौरा, पार्वती अरगा पक्षी विहार
- हस्तशिल्प:- मिट्टी के बर्तन, सूत दरी
- प्रमुख उद्योग:– चीनी
- एक जिला एक उत्पाद: खाद्य प्रसंस्करण (दालें)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- प्राचीन काल में इस क्षेत्र नाम गोनर्द था जो अपभ्रंश होकर गोण्डा बन गया।
- सरयू तथा घाघरा के तट पर स्थित यह क्षेत्र गोण्डा के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
- काकोरी ट्रेन एक्शन से सम्बन्धित प्रमुख क्रांतिकारी राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी को यहां 17 दिसम्बर, 1927 का फांसी दी गई थी।
41. उत्तर प्रदेश का जिला: बाराबंकी
- जिला मुख्यालय: बाराबंकी (नवाबगंज)
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 32,60,699
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: देवाशरीफ दरगाह, सैय्यद सालार शाह, पारिजात वृक्ष, नागेश्वर मंदिर
- हस्तशिल्प:- हथकरघा से निर्मित वस्त्र
- एक जिला एक उत्पाद: कपड़ा उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- बाराबंकी को पूर्वांचल का प्रवेश द्वार कहा जाता है।
- बाराबंकी सूफी संत वारिस अली शाह का जन्म स्थली है।
- जनपद बाराबंकी को 1858 ई. तक दारियाबाद नाम से जाना जाता था? जिसका मुख्यालय दारियाबाद नगर था।
- बाराबंकी में दुपट्टा बनाने का कार्य बड़े स्तर पर किया जाता है।
42. लखनऊ: उत्तर प्रदेश का जिला
- तहसीलों की संख्या: 05
- लखनऊ जिले का मुख्यालय: लखनऊ
- हस्तशिल्प:- चिकन, जरदोजी
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 45,89,838
- एक जिला एक उत्पाद:- चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल:- रेजीडेन्सी, हुसैनाबाद इमामबड़ा, बनारसी बाग, छतर मंजिल, रूमी दरवाजा, जामी मस्जिद, मनकामेश्वर मंदिर
जिला मुख्यालय लखनऊ के अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
- वर्ष 1921 में लखनऊ की उत्तर प्रदेश की आंशिक रूप से राजधानी बनाया गया, जबकि 1935 में इसे पूर्ण राजधानी का दर्जा प्राप्त हो गया।
- गोमती नदी के तट पर स्थित लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इसे ‘गोल्डन सिटी’, ‘लक्ष्मणपुर’ तथा ‘नवाबों का शहर’ नाम से भी जाना जाता है।
- वर्तमान लखनऊ की स्थापना 1775 ई. में नवाब आसफुद्दौला ने की। उसने अवध की राजधानी फैजाबाद से लखनऊ स्थानान्तरित की थी
- लखनऊ जिले की रेवड़ी को भौगोलिक सांकेतिक (GI) टैग प्राप्त हुआ।
- लखनऊ के भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय का नाम यहाँ के महान संगीतकार पंडित विष्णु नारायण भातखंडे के नाम पर रखा हुआ है। यह संगीत का पवित्र मंदिर है।
43. उत्तर प्रदेश का जिला:उन्नाव
- जिले का मुख्यालय: उन्नाव
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 31,08.367
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 16
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: कल्याणी देवी मंदिर, राज राजेश्वरी श्री विद्या मंदिर, बक्सर, नवाबगंज पक्षी विहार
- प्रमुख उद्योग:- चमड़ा उद्योग, राइस मिल
- एक जिला एक उत्पाद: जरी जरदोजी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- उन्नाव जनपद के बदरका ग्राम में 23 जुलाई, 1906 को महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद का जन्म हुआ था।
- राजपूत गोदी सिंह चौहान ने 12 वीं शताब्दी में उन्नाव शहर की स्थापना की थी।
- प्रसिद्ध हिन्दी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, भगवती चरण वर्मा तथा आलोचक रामविलास शर्मा आदि विद्वानों का जन्म उन्नाव जिले में हुआ था।
- भारत के जनसंख्या की दृष्टि से राज्यों में सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र उन्नाव है। यहाँ पर 19 लाख मतदाता है।
44. उत्तर प्रदेश का जिला: कानपुर देहात
- कानपुर देहात जिले का मुख्यालय: अकबरपुर (माती)
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 17,96,191
- तहसीलो की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 10
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल दुर्वासा ऋषि, वन चेतना केन्द्र, कात्यायनी देवी
- हस्तशिल्प:- कंबल, हाथ के पंखे, टोकरी, दरी आदि।
- प्रमुख उद्योग:- चमड़ा मशीनरी, साबुन, पेन्ट, वनस्पति घी एक जिला एक उत्पाद केला फाइबर उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- कृषि विज्ञान केन्द्र गंगा-यमुना दोआब के इस क्षेत्र में स्थित है।
- देश के 14 वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म कानपुर देहात जिले के परौंख ग्राम में हुआ था।
- 1981 में कानपुर का पुनः विभाजन हुआ और यहाँ दो जनपद कानपुर नगर एवं कानपुर देहात बना दिये गये।
- प्रदेश सरकार ने 1977 में कानपुर जनपद को दो भाग-कानपुर नगर एवं कानपुर देहात, में विभाजित कर दिया, किन्तु 1979 में इन दोनों को पुनः मिला दिया गया।
- 1 जुलाई, 2010 को इस क्षेत्र का नाम बदलकर रमाबाई नगर कर दिया गया था, किन्तु वर्ष 2012 में इसका नाम पुनः कानपुर देहात कर दिया गया। वर्ष 2010 से पूर्व इस क्षेत्र को अकबरपुर, शाहपुर आदि नामों से जाना जाता था।
45. उत्तर प्रदेश का जिला: कानपुर नगर
- जिले का मुख्यालय: कानपुर नगर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 45,81,268
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 10
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: जाजमऊ, बिठुर
- प्रमुख उद्योग:– चमड़ा कालीन, सूती रक्षा सामग्री मशीनरी, वस्त्र, आभूषण एवं हौजरी, वस्त्र,
- एक जिला एक उत्पाद:– एल्युमिनियम बर्तन
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- कानपुर का मूल नाम कान्हपुर था। इसकी स्थापना सचेन्दी राज्य के शासक हिन्दू सिंह ने की थी।
- 1857 के स्वतंत्रता संघर्ष में कानपुर में विद्रोहियों का नेतृत्व नाना साहेब (धोंदू पन्त) ने किया था। इस संघर्ष में कानपुर की नृत्यांगना अजीजन का जन्म लखनऊ में हुआ था।
- यह गंगा नदी के दक्षिण तट पर बसा हुआ उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। इसे उत्तर प्रदेश की ‘औद्योगिक राजधानी’ भी कहा जाता है।
- कानपुर शहर में सूती वस्त्र की 10 मिलें हैं। इसे ‘उत्तर भारत का मैनचेस्टर‘ कहा जाता है।
- उत्तर प्रदेश का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ग्रीन पार्क कानपुर में अवस्थित है।
- कानपुर को ‘लेदर सिटी’ की संज्ञा दी जाती है। चेन्नई के बाद यहाँ सर्वाधिक चमड़े का कारोबार होता है।
- जनगणना 2011 के अनुसार उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक महिला साक्षरता वाला जनपद कानपुर नगर, (75.1 प्रतिशत) है।
46. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: हमीरपुर
- जिला मुख्यालय: हमीरपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 11,04,285
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 07
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: सिंह महेश्वर मंदिर, मेहर मंदिर, ब्रह्मानंद आश्रम, मौदहा बाँध
- हस्तशिल्प: खादी ग्रामोद्योग
- एक जिला एक उत्पाद: जूते
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- हमीरपुर नगर की स्थापना कलचुरी वंश के शासक हमीरदेव ने की थी।
- यह शहर यमुना तथा बेतवा नदी के संगम पर स्थित हैं।
- महाभारत काल में यहां का राजा शिशुपाल था, जिसका वध
- वासुदेव श्रीकृष्ण ने किया था।
- यह क्षेत्र कपास और सुपारी की खेती के लिए प्रसिद्ध है।
47. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: महोबा
- जिला मुख्यालय: महोबा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 8,75,958
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 04
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: राहेलिया का सूर्य मंदिर, 24 जैन तीर्थंकर मूर्ति, कीरत सागर ताल, विजय सागर
- हस्तशिल्प: गौरा पत्थर, गौरिहारी
- एक जिला एक उत्पाद: गौरा पत्थर उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- महोबा 831 ई. तक चन्देल राजपूतों की राजधानी थी। 13वीं शताब्दी के आरम्भ में इस पर तुर्की ने अधिकार कर लिया।
- महोबा ‘त्योहारों का शहर’ अथवा ‘महोत्सव नगर’ नाम से जाना जाता है।
- • महोबा जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। यहां गोरख पहाड़ी
- पर 24 जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं स्थापित हैं।
- यह क्षेत्र पराक्रमी आल्हा ओर ऊदल की कर्मस्थली है।
- महोबा में ‘पान अनुसंधान प्रशिक्षण केन्द्र’ अवस्थित है।
- महोबा पान की खेती के लिए विख्यात है, इसलिए ही महोबा के पान कों GI टैग मिला।
- जनगणना 2011 के अनुसार महोबा उत्तर प्रदेश का न्यूनतम जनसंख्या वाला जनपद हैं।
48. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बांदा
- जिला मुख्यालय: बांदा
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 17.99 410
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: कालिंजर का किला
- हस्तशिल्प: शजर पत्थर का कार्य
- एक जिला एक उत्पाद: शजर पत्थर शिल्प
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यह जनपद यमुना की सहायक०च। भी प्राप्त होता है।
49. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: फतेहपुर
- जिला मुख्यालय: फतेहपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 26,32,733
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 13
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: बावनी इमली, ओम घाट, आदमपुर घाट आदि।
- प्रमुख उद्योग:- चमड़ा, हस्तशिल्प, रेडीमेड गारमेंट्स आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: चादरें (बेडशीट) तथा लोहे का निर्माण।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद-फतेहपुर की स्थापना कानपुर तथा प्रयागराज के कुछ क्षेत्र को सम्मिलित करके की गई थी।
- जनपद:-फतेहपुर गंगा तथा यमुना नदियों के तट पर स्थित है।
- महाजनपदकाल में फतेहपुर वत्स महाजनपद का महत्वपूर्ण भाग था।
50. उत्तर प्रदेश का जिला: रायबरेली
- जिले का मुख्यालय: रायबरेली
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 29 13,507
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 18
- एक जिला एक उत्पाद:- काष्ठ कला
- औद्योगिक इकाइयाँ इण्डियन टेलीफोन इन्डस्ट्रीज, नेशनल थर्मल पावर, बिरला सीमेन्ट फैक्ट्री, विसाका सीमेंट उद्योग, भवानी पेपर मिल, स्पिनिंग मिल, राजश्री इंडस्ट्रीज
रायबरेली:अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- ब्रिटिश शासन में 1858 ई. में जनपद के रूप में रायबरेली की स्थापना हुई।
- इस क्षेत्र को पहले बरौली या भरौली कहा जाता था, जो आगे चलकर रायबरेली में बदल गया।
- रेल कोच फैक्ट्री रायबरेली के लालगंज में स्थित है।
- समसपुर पक्षी विहार रायबरेली जिले में सलोन के निकट स्थित है।
51. उत्तर प्रदेश का जिला: अमेठी
- जिला मुख्यालय: गौरीगंज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 18,67,678
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 13
- प्रमुख पर्यटन: टीकरमाफी आश्रम, मलिक मुहम्मद जायसी की मजार
- एक जिला एक उत्पाद: मूँज उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद अमेठी की स्थापना 1 जुलाई, 2010 को छत्रपति शाहू जी महराज नगर (वर्तमान नाम अमेठी) के नाम से की गई
- अमेठी में ‘इण्डो-रूस राइफल प्राइवेट लिमिटेड’ नामक एक आर्डिनेंस फैक्ट्री स्थित है
- जनपद के कोरवा में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का संयंत्र स्थित है। यह भारतीय वायुसेना के जगुआर, मिग-27 जैसे विमानों के मरम्मत एवं इनके पुर्जों के निर्माण का कार्य करती है।
52. उत्तर प्रदेश का जिला: अयोध्या
- जिला मुख्यालय: अयोध्या
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 24,70,996
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 11
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: हनुमानगढ़ी, भरतकुण्ड, राम मंदिर, जैन मंदिर, कनक भवन, गुलाबबाड़ी, कम्पनी बाग
- हस्तशिल्प:- चमड़ा, बाँस
- एक जिला एक उत्पाद:- गुड़
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- सरयू तट पर स्थित अयोध्या सूर्यवंशीय राजाओं की राजधानी थी। पुरातात्विक उत्खनन से इस बात के साक्ष्य मिले हैं कि प्राचीन काल में यहां भव्य नगर विद्यमान था। यह राम की जन्मभूमि है।सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के पश्चात यहां श्रीगम के अन्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
- जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव के पुत्र ‘भरत’ चक्रवर्ती सम्राट हुए।
- पहले अवध की राजधानी अयोध्या थी।
- कवि-लेखक कुंवर नारायण की जन्म स्थली अयोध्या थी।
- अयोध्या में ‘रामायण मेला’ जो चार दिनों तक चलता है। इस मेले का अयोजन प्रत्येक वर्ष होता है।
- अयोध्या के सोहवाल में पन-बिजली केन्द्र स्थापित है।
53. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बस्ती
- जिला मुख्यालय: बस्ती
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 24,64,464
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 14
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: छावनी बाजार, मखौड़ा, अमोढ़ा, भद्रेश्वरनाथ, श्रृंगीनारी
- प्रमुख उद्योग:– गन्ना
- एक जिला एक उत्पाद: काष्ठ कला
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
- प्राचीनकाल में बस्ती के आसपास का क्षेत्र कौशल राज्य का हिस्सा था।
- प्राचीनकाल में इस क्षेत्र में महर्षि वशिष्ठ का आश्रम था, जिसके कारण इस क्षेत्र को वैशिष्ठी कहा गया।
- मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में बस्ती अवध सूबे का हिस्सा था।
54. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: सिद्धार्थनगर
- जिला मुख्यालय: नौगढ़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 25,59,297
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 14
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: पिपरहवा स्तूप, पलटादेवी, कपिलवस्तु, मजार शाह अब्दुल रसूल (मीरा बाबा)
- एक जिला एक उत्पाद: काला नमक चावल
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जिले का इतिहास बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतमबुद्ध के जीवन से जुड़ा है। इस जनपद का नामकरण गौतमबुद्ध के बाल्यवस्था के नाम ‘सिद्धार्थ’ के नाम पर हुआ था।
- शाक्य गणराज्य के अवशेष तथा अनेक बौद्ध विहार के खण्डहर यहां पिपरहवा में मौजूद हैं।
- सिद्धार्थनगर में बुद्ध के राजमहल के अवशेष हैं, जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
55. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: सन्त कबीर नगर
- जिला मुख्यालय: खलीलाबाद
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 17,06,706
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: तामा बखिरा झील, कबीर निर्वाण स्थली मगहर
- प्रमुख उद्योग:– काटन टेक्सटाइल, पाटरी एवं पीतल वर्तन उद्योग, पेपर मिल, रिफाइण्ड तेल
- एक जिला एक उत्पाद: पीतल के बर्तन
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- 5 सितम्बर 1997 को महान समाज सुधारक एवं सतं कबीर के नाम पर इस जनपद की स्थापना की गई।
- यहां मगहर में संत कबीर की निर्वाण स्थली है।
- यह उत्कृष्ट हौजरी उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है।
56. उत्तर प्रदेश का जिला: अम्बेडकर नगर
- जिला मुख्यालय: अकबरपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 23,97,888
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: एन.टी.पी.सी. टाण्डा, गोविन्द साहब धाम, किछौछा शरीफ
- प्रमुख उद्योग टाण्डा:-टेरीकॉट, पावरलूम, थर्मल पावर स्टेशन, अकबरपुर शुगरमिल, राइस मिल, अचल इण्डस्ट्री
- एक जिला एक उत्पाद: वस्त्र उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- यह तमसा नदी (टोंस) नदी के तट पर स्थित है, जो शहर को दो भाग- अकबरपुर और शहजादपुर में विभाजित करती है।
- अम्बेडकरनगर डॉ. राममनोहर लोहिया एवं गणेश कृष्ण जेटली की जन्मभूमि रही है।
- अम्बेडकरनगर जनपद का गठन 29 सितम्बर, 1995 को फैजाबाद जनपद को विभक्त कर किया गया।
- NTPC का तापीय ऊर्जा संयत्र टांडा के मकदूम नगर में स्थित है।
57. उत्तर प्रदेश का जिला: सुलतानपुर
- जिला मुख्यालय: सुलतानपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 24,31,491
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 14
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: धोपाप, विजेथुआ महावीरन, सीताकुण्ड, देवी मंदिर, लोहररामऊ
- हस्तशिल्प:- बाध (मूँज) निर्माण
- प्रमुख उद्योग:- सहकारी चीनी मिल
- एक जिला एक उत्पाद:- मूँज उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- पौराणिक मान्यतानुसार इसे भगवान राम के पुत्र कुश ने बसाया था, इसलिए इसे प्राचीनकाल में कुशभवनपुर कहा जाता था।
- इसी जिले में दुर्लभ पारिजात का वृक्ष है।
- सुलतानपुर में गोमती नदी के तट पर उद्योग विभाग परिसर में विशाल पारिजात वृक्ष मौजूद है। यहां सीताकुण्ड है, जहां गोमती की भव्य आरती का आयोजन किया जाता है।
58. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: प्रतापगढ़
- जिला मुख्यालय: प्रतापगढ़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 32,09,141
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 17
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: शनिदेव मंदिर, घुस्मेश्वर नाथ धाम, बेला देवी आदि।
- प्रमुख उद्योग:- अचार मुरब्बा उद्योग, फल संरक्षण उद्योग, रबर इंडस्ट्रीज, ग्रामोद्योग, फार्मास्यूटिकल्स उद्योग
- एक जिला एक उत्पाद: आंवला उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- प्रतापगढ़ का नामकरण राजा प्रताप सिंह के नाम पर हुआ है।
- यहां युग्म समाधियां भी प्राप्त हुई हैं, जिसमें स्त्रियों और पुरूषों को एक साथ दफनाया गया है।
- प्रतापगढ़ में आंवला उत्पाद से संबंधित अनेक खाद्य प्रसंस्करण इकाईयाँ स्थित हैं, जहाँ मुरब्बा, अचार, जूस आदि तैयार होते हैं।
59. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: कौशाम्बी
- जिला मुख्यालय: मंझनपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 15,99,596
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: महाराज उदयन के किले के अवशेष, दुर्गादेवी मंदिर, दिगम्बर जैन मंदिर, शीतला माता मंदिर आदि।
- प्रमुख उद्योग:- बालू खनन, कोल्ड स्टोरेज, ईंट-भट्टा
- एक जिला एक उत्पाद: खाद्य प्रसंस्करण (केला)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद-कौशाम्बी की स्थापना 4 अप्रैल, 1997 को तत्कालीन इलाहाबाद (प्रयागराज) को विभाजित कर के की गई।
- महाजनपद काल में कौशाम्बी वत्स राज्य की राजधानी थी।
- कौशाम्बी बौद्ध और जैन दोनों धर्मों का केन्द्र था।
60. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: चित्रकूट
- जिला मुख्यालय: चित्रकूट
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 9,91,730
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 05
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: वाल्मीकि आश्रम, रामघाट, तुलसी स्मारक, गणेशबाग, शबरी प्रपात।
- एक जिला एक उत्पाद: लकड़ी के खिलौने
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- विन्ध्य पर्वत से घिरा तथा मंदाकिनी नदी तट स्थित इस जनपद को भारत के प्राचीनतम तीर्थों में से एक माना जाता है।
- रामायण के अनुसार वनवास के दौरान श्रीराम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां 11 वर्ष तक निवास किया था।
- बांदा जनपद से पृथक कर वर्ष 1997 का छत्रपति शाहू जी महाराज नाम से नये जनपद की स्थापना की गई। आगे 04 सितम्बर, 1998 को इस जनपद का नाम बदलकर चित्रकूट कर दिया गया।
61. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: प्रयागराज
- जिला मुख्यालय: प्रयागराज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 59,54,000
- तहसीलों की संख्या: 08
- विकास खण्डों की संख्या: 23
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: प्रयागराज संग्रहालय, खुसरो बाग, आनंद भवन, प्रयागराज विश्वविद्यालय, चंद्रशेखर आजाद पार्क आदि।
- प्रमुख उद्योग:- काँच, सीमेंट, फूड प्रोसेसिंग, मूँज उत्पाद आदि।
- एक जिला एक उत्पाद:- मूँज उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- प्रयागराज जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा जनपद है।
- गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम त्रिवेणी पर स्थित प्रयागराज का पुराना नाम इलाहाबाद था। मुगल सम्राट अकबर ने वर्ष 1574 ई. में इसका नाम इलाहाबाद रखा था।
- 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में यहां पर विद्रोहियों का नेतृत्व मौलवी लियाकत अली ने किया था।
- प्रयागराज में आयोजित होने वाले ‘कुंभ मेला’ को वर्ष 2017 ई. में एक अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में घोषित किया गया।
62. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: भदोही
- जिला मुख्यालय: ज्ञानपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 15,78,213
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 06
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: सीतामढ़ी, सेमराध नाथ भोल शंकर मंदिर, चकवा महावीर आदि।
- प्रमुख उद्योग:- कालीन उद्योग, कृषि उद्योग आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: कारपेट (दरी)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद-भदोही की स्थापना 30 जून, 1994 को वाराणसी को विभाजित कर के उत्तर प्रदेश राज्य के 65 वें जनपद के रूप में की गई थी।
- जनपद-भदोही प्रयागराज तथा वाराणसी के मध्य स्थित है। इस जनपद की सीमाएं प्रयागराज, जौनपुर, वाराणसी तथा मिर्जापुर को स्पर्श करती हैं।
- जनपद-भदोही कालीन उद्योग के लिए जाना जाता है। इसे ‘कारपेट सिटी’ भी कहा जाता है।
- जनपद-भदोही में वर्ष 2001 ई. में भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय द्वारा भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की गई थी।
63. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: मिर्जापुर
- जिला मुख्यालय: मिर्जापुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 24,96,970
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 12
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: विंध्याचल मंदिर, चुनार का किला, पिपरी बाँध, टांडा वॉटरफॉल आदि।
- प्रमुख उद्योग: सीमेंट, स्लैब तथा बर्तन उद्योग आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: कालीन तथा पीतल उद्योग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद-मिर्जापुर में स्थित विंध्याचल धाम देश के प्रमुख धार्मिक स्थानों में से एक है।
- यहां विंध्याचल देवी के साथ-साथ अष्टभुजी तथा काली खोह का मंदिर भी स्थित है।
64. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: वाराणसी
- जिला मुख्यालय: वाराणसी
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 36,76,841
- तहसीलों की संख्या: 03
- विकास खण्डों की संख्या: 08
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: गंगा के 84 घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, मारकण्डेय महादेव, तुलसी मानस मंदिर, रामनगर किला, संकटमोचन मंदिर
- हस्तशिल्प:- बनारसी साड़ी, लकड़ी के खिलौने, काला पंखा
- महत्वपूर्ण औद्योगिक इकाइयाँ: डीजल रेल इंजन कारखाना, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग
- एक जिला एक उत्पाद: बनारसी सिल्क साड़ी
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- वाराणसी जनपद गंगा नदी के बाएं तट पर अवस्थित है।
- पौराणिक मान्यता के अनुसार वाराणसी का उद्गम वरूणा और असी नदियों से हुआ है।
- बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश (धर्मचक्रप्रवर्तन) वाराणसी के निकट सारनाथ में दिया था।
- चीनी यात्री हवेनसांग ने अपनी पुस्तक सी-यू-की में वाराणसी को सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया है।
- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) भी वाराणसी में ही स्थित
65. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: जौनपुर
- जिला मुख्यालय: जौनपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 44,94,204
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 21
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: शाही किला, शाही पुल, अटाला मस्जिद, लाल दरवाजा, झंझरी मस्जिद आदि।
- प्रमुख उद्योग:- कृषि तथा कालीन उद्योग
- एक जिला एक उत्पाद: ऊनी कालीन (दरी)
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जौनपुर शहर की स्थापना फिरोजशाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई जौना खां की स्मृति में की थी।
- जनपद-जौनपुर गोमती नदी के तट पर स्थित है।
- जौनपुर में स्थित प्रसिद्ध अटाला मस्जिद का निर्माण कार्य फिरोजशाह तुगलक द्वारा 1393 ई. में आरम्भ किया गया। इसे 1408 ई. में इब्राहिम शाह ने पूर्ण कराया।
66. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: आजमगढ़
- जिला मुख्यालय: आजमगढ़
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 46,13,913
- तहसीलों की संख्या: 08
- विकास खण्डों की संख्या: 22
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: हथियादह कम्पनीबाग, भंवर नाथ मंदिर, दुर्वासा आश्रम, देवल आश्रम, दतात्रेय आश्रम।
- हस्तशिल्प:- काली मिट्टी के बर्तन, रेशमी बनारसी साड़ी
- प्रमुख उद्योग:- चीनी, रोलिंग, बर्फ, रेशमी बनारसी साड़ी, जनरल इंजीनियरिंग।
- एक जिला एक उत्पाद: काली मिट्टी के बर्तन
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- आजमगढ़ को ऋषि दुर्वासा की भूमि के रूप में जाना जाता है।
- मुगल बादशाह शाहजहां के शासनकाल में 1665 ई. में जमींदार आजमशाह और उसके दो पुत्रों आजम और अजमतद द्वारा आजमगढ़ नगर बसाया गया।
67. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: मऊ
- जिला मुख्यालय: मऊ
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 22,05,170
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: वन देवी, बेलवरी घाटी
- एक जिला एक उत्पाद: कपड़ा उद्योग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- तमसा नदी (टोंस नदी के तट पर स्थित मऊ एक उद्योग प्रधान क्षेत्र है।
- मऊ को पहले मऊ नाथ भंजन के नाम से जाना जाता था।
- मऊ के मधुवन में सम्राट हषवर्धन का महत्वपूर्ण अभिलेख प्राप्त हुआ है।
- मऊ के वर्तमान स्वरूप की नींव मुगल शासनकाल में बादशाह शाहजहां की पुत्री जहांआरा ने 1629 ई. में रखी।
- एक जनपद के रूप में मऊ की स्थापना 19 नवम्बर, 1988 में की गई थी। इससे पूर्व यह आजमगढ़ जनपद का भाग था।
- मऊ जिला कपड़ा उत्पाद और परिधान निर्माण उद्योगों के लिए भी जाना जाता है।
68. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: गोरखपुर
- जिला मुख्यालय: गोरखपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 44,40,895
- तहसीलों की संख्या: 07
- विकास खण्डों की संख्या: 19
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: गोरखनाथ मंदिर, विनोद वन, रामगढ़ ताल नौका विहार, वीर बहादुर सिंह प्लैनिटेरियम गीता वाटिका
- हस्तशिल्प: हथकरघा, टेराकोटा
- एक जिला एक उत्पाद: टेराकोटा
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- गोरखपुर का नामकरण नाथ सम्प्रदाय के प्रसिद्ध संत बाबा गोरक्षनाथ (गोरखनाथ) के नाम पर हुआ।
- यहाँ प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक महीने तक चलने वाले खिचड़ी मेला का अयोजन होता है।
- गोरखपुर स्थित रामगढ़ ताल के स्थान पर महाजनपद काल में कोलीय गणराज्य की राजधानी रामग्राम थी। बुद्ध की पत्नी यशोधरा यहाँ की राजकुमारी थीं।
- 05 फरवरी, 1922 को स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान गोरखपुर के चौरीचौरा नामक स्थान पर आन्दोलनकारियों ने थानेदार समेत 21 पुलिसकर्मियों को थाने में बंद कर आग लगा दी थी।
- गीताप्रेस की स्थापना 29 अप्रैल, 1923 को जयदयाल गोयनका, घनश्याम दास जालान और हनुमान प्रसाद पोद्दार द्वारा की गई। गोरखपुर स्थित गीताप्रेस बेहद सस्ते मूल्य पर सनातन धर्म से जुड़ी पुस्तकों के प्रकाशन के लिए विश्व प्रसिद्ध है। कल्याण नामक प्रसिद्ध मासिक पत्रिका गीताप्रेस, गोरखपुर से प्रकाशित होती है।
- प्रसिद्ध शायर फ़िराक गोरखपुरी का जन्म गोरखपुर के बनावारपार ग्राम में हुआ था। कायस्थ परविार में जन्में फिराक गोरखपुरी का मूल नाम रघुपति सहाय था।
- स्वाधीनता संघर्ष के समय गोरखपुर से स्वदेश नाम क्रांतिकारी पत्र का प्रकाशन होता था, जिसके सम्पादक दशरथ प्रसाद द्वि. वेदी थे।
- प्रसिद्ध कथाकार मुंशी प्रेमचन्द ने गोरखपुर में रहकर लम्बे समय तक अध्यापन कार्य किया। यहीं उन्होंने ईदगाह, कफ़न, पूस की रात, बड़े भाई साहब जैसी कहानियों और गोदान उपन्यास की रचना की।
- गोरखपुर के कौड़ीराम क्षेत्र में भारत का प्राचीनतम अभिलेख सोहगौरा प्राप्त हुआ है। इस अभिलेख की लिपि ब्राह्मी है।
69. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: महराजगंज
- जिला मुख्यालय: महराजगंज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 2684703
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 12
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: इटावा का पंचमुखी शिव मंदिर, लेहड़ा देवी मंदिर, सोहागी बरवा वन्य जीव विहार
- एक जिला एक उत्पाद: फर्नीचर उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- गौतम बुद्ध का ननिहाल वर्तमान महाराजगंज जनपद में नेपाल की सीमा का स्थित देवदह (वर्तमान ठंठीबारी) में था।
- प्रदेश के प्रथम जटायु संरक्षण और प्रजनन केन्द्र (गिद्ध संरक्षण केन्द्र) की स्थापना फरेन्दा (महराजगंज) में की गई है।
- प्राचीन काल में महाराजगंज को कारापाथ नाम से जाना जाता था। यह कोसल राज्य के अधीन था।
- मुगलकालीन प्रसिद्ध इतिहासकार अबुल फजल ने अपनी पुस्तक आइन-ए-अकबरी में महाराजगंज क्षेत्र के विनायकपुर तथा तिलपुर के महल का उल्लेख किया है।
70. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: कुशीनगर
- जिला मुख्यालय: पडरौना
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 35,64,544
- तहसीलों की संख्या:06
- विकास खण्डों की सख्या: 15
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: कुशीनगर, बुद्ध की निर्वाण स्थली, फाजिलनगर, राजकीय बौद्ध संग्रहालय
- हस्तशिल्प: फर्नीचर, आयल स्पेलर, हथकरघा
- एक जिला एक उत्पाद: केले के रेशे से बने उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- वर्तमान कुशीनगर महाजनपदकाल में मल्ल गणराज्य की राजधानी
- कुशनारा थी। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसे श्रीराम के पुत्र कुश ने बसाया था।
- कुशीनगर (कुशनारा) में हिरण्यवती नदी के तट पर गौतमबुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था, इसलिए इसे महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में बौद्ध धर्म का महान तीर्थ माना जाता है।
- बुद्ध के महापरिनिर्वाण के पश्चात उनके अस्थि अवशेषों पर कुशीनगर में महास्तूप का निर्माण कराया गया था। इस स्तूप की खोज अलक्जेण्डर कनिंघम के नेतृत्व में कराये गये 1876 के एक उत्खनन में ए.सी. एल कार्लाइल ने की थी। इस उत्खनन में बुद्ध की 6.10 मीटर लम्बी लेटी हुई प्रतिमा प्राप्त हुई थी।
- हूणों के आक्रमण के साक्ष्य कुशीनगर में मिले हैं।
71. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: देवरिया
- जिला मुख्यालय: देवरिया
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 31,00,946
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 16
- एक जिला एक उत्पाद: सजावटी उत्पाद
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: दुग्धेश्वरनाथ मंदिर, देवरहा बाबा मंदिर, हदहदवा भवानी मंदिर, बरहज
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- कुछ विद्वानों के अनुसार देवरिया का नामकरण देवारण्य अथवा देवपुरिया से सम्बन्धित है।
- बाबा राघव दास ने देवरिया में सत्याग्रह और नमक आन्दोलन का नेतृत्व किंया था।
- देवरिया के बरहज नामक स्थान में राम प्रसाद बिस्मिल की समाधि स्थित है, जिसका निर्माण बाबा राघवदास ने कराया था।
72. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: बलिया
- जिला मुख्यालय: बलिया
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 32,39,774
- तहसीलों की संख्या: 06
- विकास खण्डों की संख्या: 17
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: ददरी मेला, भृगु मंदिर, देवीकुली धाम, शहीद स्मारक, परसर मुनी आश्रम
- प्रमुख उद्योग:- चीनी, रोलिंग, बर्फ, रेशमी साड़ी, चावल मिल।
- एक जिला एक उत्पाद: बिंदी उत्पाद
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- महाजनपद काल में बलिया कोसल राज्य के अधीन था।
- किंवदन्तियों के अनुसार महर्षि वाल्मिकी की जन्मस्थली होने के कारण यह क्षेत्र बलिया कहलाया।
- स्वतंत्रता संग्राम 1857 विद्रोह के प्रवर्तक और प्रथम शहीद मंगल पाण्डे का जन्म बलिया के ‘नगवा’ गांव में हुआ था।
- भारत छोड़ो आन्दोलन के समय चित्तू पाण्डेय ने 10 अगस्त, 1942 को बलिया में अपनी अस्थायी सरकार स्थापित कर ली थी।
- यह जिला उत्तर में घाघरा नदी और दक्षिण में छोटी सरयू नदी और गंगा नदी से घिरा है।
- – प्रदेश का सबसे पूर्वी जिला बलिया है।
73. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: गाजीपुर
- जिला मुख्यालय: गाजीपुर
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 36,20,268
- तहसीलों की संख्या: 07
- विकास खण्डों की संख्या: 16
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: लॉर्ड कार्नवालिय का मकबरा, स्कन्दगुप्त का भीतरी स्तम्भ लेख, जलालाबाग का किला
- औद्योगिक इकाइयाँ:- अफीम फैक्ट्री, डिस्टलरी, राइस मिलें, बहादुर गंज, कताई मिल
- एक जिला एक उत्पाद: जूट वॉल हैगिग
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- गाजीपुर जनपद गंगा नदी के तट पर स्थित है।
- जनपद-गाजीपुर की स्थापना वर्ष 1330 ई. में दिल्ली सल्तनत के तुगलक वंश के शासनकाल में सैयद मसूद गाजी द्वारा की गई।
- गाजीपुर का प्राचीन नाम गाधिपुरी था।
- प्राचीन काल में इसे छोटी काशी (लहुरी काशी) के नाम से भी जाना जाता था।
- गाजीपुर ‘गुलाब जल’ के उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है।
- अंग्रेजों द्वारा विश्व के सबसे बड़े अफीम कारखाने की स्थापना वर्ष 1820 में गाजीपुर में की गई।
- गोमती नदी का गंगा में विलय गाजीपुर में होता है।
74. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: चंदौली
- जिला मुख्यालय: चंदौली
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 19,52,756
- तहसीलों की संख्या: 05
- विकास खण्डों की संख्या: 09
- प्रमुख पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल: नौगढ़ के जंगल, चन्द्रप्रभा वन्य जीव अभयारण्य आदि।
- एक जिला एक उत्पाद: जरी जरदोजी तथा काला नमक
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- जनपद-चंदौली की स्थापना वर्ष 1997 में वाराणसी को विभाजित कर के की गई।
- चंदौली को चावल का कटोरा भी कहते हैं।
- कर्मनासा नदी चंदौली को बिहार राज्य से विभाजित करती है।
75. उत्तर प्रदेश राज्य का जिला: सोनभद्र
- जिला मुख्यालय: रॉबर्ट्सगंज
- जनसंख्या (जनगणना 2011): 18,62,559
- तहसीलों की संख्या: 04
- विकास खण्डों की संख्या: 10
- एक जिला एक उत्पाद: कालीन
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- सोनभद्र जनपद से पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल तथा नवपाषाण काल के पुरातात्विक साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- सोनभद्र जनपद की सीमा चार निकटवर्ती राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और बिहार से लगती है।
- सोनभद्र को ‘भारत की ऊर्जा राजधानी’ (Power Capital of India) कहा जाता है, क्योंकि यहां कई बिजली संयंत्र स्थापित हैं।
- यह एक औद्योगिक क्षेत्र है जहां प्रमुख रूप से बॉक्साइट, चूना-पत्थर, कोयला, सोना जैसे खनिज प्राप्त होते हैं।
निष्कर्ष: यूपी 75 के जिलों की सूची
Important Topics for Up Exam
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों का संपूर्ण विवरण, यह विस्तृत विश्लेषण राज्य के विशाल और विविध भूभाग, संस्कृति, और प्रशासनिक ढांचे की झलक प्रदान करता है। राज्य का प्रत्येक जिला अपने आप में अनूठा है और उत्तर प्रदेश की समृद्ध विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, या आधुनिकता की ओर अग्रसर होते राज्य की तस्वीर देखना चाहते हों, उत्तर प्रदेश के ये जिले आपको एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेंगे।