हालिया ख़बरों के मुताबिक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रयान-4 लॉन्च करने की योजना बना रहा है। बता दें कि चंद्रयान- 4 उद्देश्य चार साल में चंद्रमा से नमूने वापस लाना और अन्वेषण करना है। इसी के साथ ISRO 2028 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का पहला मॉड्यूल लॉन्च करने की भी तैयारी कर रहा है यह भारत के द्वारा नियोजित अंतरिक्ष स्टेशन होगा, जो रोबोट की मदद से प्रयोग करने में सक्षम होगा।
Chandrayaan Moon Missions By ISRO
चंद्रयान मिशन-1
- इस मिशन को 22 अक्तूबर, 2008 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) से लॉन्च किया गया था।
- यह भारत का पहला मानवरहित अभियान था, जिसके बारे में माना जा रहा था कि वह लापता हो गया है।
- इस मिशन को दो साल के लिये मिशन पर भेजा गया था, लेकिन लॉन्च के एक साल बाद ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों का संपर्क इससे टूट गया था।
चंद्रयान मिशन-2
- यह चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन है, जिसे 22 जुलाई 2019 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा GSLV मार्क III से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था।
- इस मिशन में पूरी तरह से स्वदेशी ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) शामिल थे।
- इसका लक्ष्य चंद्रमा की उत्पत्ति और विकास के बारे में हमारे ज्ञान और समझ का विस्तार करना है।
चंद्रयान मिशन -3
- यह भारत का तीसरा चंद्र मिशन और चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का दूसरा प्रयास था।
- इस मिशन के तहत चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई, 2023 को श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी थी।
- इसमें एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (LM), प्रोपल्शन मॉड्यूल (PM) और एक रोवर शामिल है।
- इसका उद्देश्य अंतर ग्रहीय मिशनों के लिये आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को विकसित एवं प्रदर्शित करना है।