Air Quality Index 2023

Air Quality Index 2023: सरकारी परीक्षाओं के लिए जानें GRAP, AQI और प्रदूषण के प्रभाव

हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने 242 शहरों की वायु गुणवत्ता के आँकड़े जारी किए। रिपोर्ट के अनुसार, 53 शहरों की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’, 85 शहर ‘खराब’, 75 शहर ‘मध्यम’ और 32 शहर ‘संतोषजनक’ या ‘अच्छी’ श्रेणी में शामिल थे। जानें AQI के महत्व, वायु प्रदूषण के प्रभाव और सरकारी योजनाएँ जैसे GRAP, जो इस गंभीर समस्या से निपटने में मदद कर रही हैं।


Air Quality Index 2023 (AQI) क्या है?

AQI की परिभाषा और श्रेणियाँ

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक महत्वपूर्ण संकेतक है, जो किसी क्षेत्र की वायु की गुणवत्ता की माप करता है। यह सूचक 6 अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित होता है, जिनमें अलग-अलग रंगों का उपयोग करके हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाता है। ये हैं:

  • अच्छा (0-50): हवा की गुणवत्ता साफ है (हरा)
  • संतोषजनक (51-100): थोड़ी परेशानी हो सकती है (हल्का हरा)
  • मध्यम प्रदूषित (101-200): लंबे समय तक संपर्क में आने से स्वास्थ्य पर असर (गुलाबी)
  • खराब (201-300): स्वस्थ लोगों को भी साँस लेने में तकलीफ (पीला)
  • बहुत खराब (301-400): स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव
  • गंभीर (401-500): गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ, जैसे एलर्जी, चकत्ते, और श्वसन संबंधी रोग

वायु गुणवत्ता की माप के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रदूषक

AQI कैसे मापा जाता है?

वायु गुणवत्ता सूचकांक आठ प्रमुख प्रदूषकों पर आधारित होता है:

  1. पार्टिकुलेट मैटर (PM10)
  2. पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5)
  3. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2)
  4. सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
  5. कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
  6. ओजोन (O3)
  7. अमोनिया (NH3)
  8. सीसा (Pb)

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के बारे में

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) भारत सरकार का एक सांविधिक संगठन है, जो जल और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसकी स्थापना वर्ष 1974 में जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम के तहत की गई थी। 1981 के वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम के तहत इसे और भी शक्तियाँ दी गई हैं।


ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) क्या है?

ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) एक आपातकालीन उपायों का समूह है, जो दिल्ली-NCR क्षेत्र की वायु गुणवत्ता में गिरावट को रोकने के लिए लागू किया जाता है। यह प्लान विभिन्न स्तरों पर वायु प्रदूषण की गंभीरता के अनुसार काम करता है।

GRAP के चार प्रमुख वर्ग

  1. आपातकाल: PM2.5 और PM10 का स्तर क्रमशः 300µg/m3 और 500µg/m3 तक पहुँच जाए।
  2. गंभीर: PM2.5 और PM10 का स्तर क्रमशः 250µg/m3 और 430µg/m3 हो।
  3. मध्यम से खराब: PM2.5 का स्तर 61-120µg/m3 और PM10 का स्तर 101-350µg/m3 हो।
  4. मध्यम से खराब: PM2.5 का स्तर 61-120µg/m3 और PM10 का स्तर 101-350µg/m3 हो।

वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकारी उपाय

सरकार ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू किया गया है। इसके अंतर्गत निर्माण गतिविधियों पर रोक, ट्रक यातायात को सीमित करना, और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे उपाय शामिल हैं।


Conclusion: Air Quality Index 2023

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) हमारी हवा की गुणवत्ता को समझने का एक सरल और महत्वपूर्ण साधन है। भारत के कई शहरों में वायु गुणवत्ता खराब हो रही है, और इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। SSC, UPSC, BPSC, और अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है, जिसे ध्यान में रखा जाना चाहिए।


यह लेख सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें SSC, CGL, UPSC, UP Police, और अन्य परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के लिए उपयोगी जानकारी दी गई है।

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