Introduction
भारत के साहित्यिक क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक, Saraswati Samman 2025, की घोषणा हो चुकी है। यह टॉपिक उन सभी छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और ट्रेंडिंग है जो किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इस लेख में हम आपको Saraswati Samman 2025 के बारे में पूरी जानकारी, पिछले विजेताओं की सूची, और परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण एमसीक्यू प्रदान करेंगे। अगर आप UPSC, SSC, Banking, या State PCS जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।
Saraswati Samman साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। इसकी स्थापना 1991 में हुई थी और इसे केके बिरला फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार हिंदू ज्ञान की देवी सरस्वती माता के नाम पर रखा गया है। यह भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से किसी एक में पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृतियों के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। इस सम्मान में एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका और ₹15 लाख का नकद पुरस्कार शामिल होता है।
केके बिरला फाउंडेशन के बारे में
केके बिरला फाउंडेशन की स्थापना प्रसिद्ध उद्योगपति कृष्ण कुमार बिरला द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य साहित्य, कला, शिक्षा, और सामाजिक कार्यों को बढ़ावा देना है। यह फाउंडेशन आदित्य बिरला ग्रुप के तहत संचालित होता है, और इसके सामुदायिक पहल आदित्य बिरला सेंटर फॉर कम्युनिटी इनिशिएटिव्स एंड रूरल डेवलपमेंट के नेतृत्व में कार्यान्वित की जाती हैं। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.adityabirla.com/en/community/ देखें।
केके बिरला फाउंडेशन द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कार
फाउंडेशन कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं:
- Saraswati Samman : यह वार्षिक पुरस्कार संविधान की 22 भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यों के लिए दिया जाता है।
- व्यास सम्मान: हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया जाने वाला एक साहित्यिक पुरस्कार।
- बिहारी पुरस्कार: राजस्थानी लेखकों द्वारा हिंदी या राजस्थानी भाषा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया जाता है।
सरस्वती सम्मान पुरस्कार के बारे में:
- क्षेत्र- साहित्य
- राशि- 15 लाख रुपये, एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका दी जाती है।
- भेंट- शाल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिंह।
- स्थापना: 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा की गई थी
- भाषा: पिछले 10 वर्षों में 8वीं अनुसूची में शामिल 22 ओं के लिए।
- चयन प्रक्रिया: कठोर त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया होती है, जिसके बाद चयन परिषद द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाता है
- पहला विजेता: हरिवंश राय बच्चन (1991, हिंदी, चार खंडों में आत्मकथा – दस द्वार से लेकर सोपान तक (1985), क्या भूलू क्या याद करूँ (1969), नीड़ का निर्माण फिर (1970), बसेरे से दूर (1977)
- पहली महिला विजेता: बालमनी अम्मा (1995, मलयालम, “निवेदनम” कविता संग्रह)।
- भाषाएं: संविधान की आठवीं अनुसूची की 22 भाषाएं।
Saraswati Samman Winners List: 2025 – 2020
34th Saraswati Samman 2025:-
साल 2025 में 34वां सरस्वती सम्मान 2024 के लिए घोषित किया गया है। इस बार यह पुरस्कार प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान महा महोपाध्याय साधु भद्रेश दास को उनकी पुस्तक “स्वामी नारायण सिद्धांत सुधा” के लिए प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार ₹15 लाख की राशि, एक प्रशस्ति पत्र, और एक पट्टिका के साथ दिया जाता है।
साधु भद्रेश दास कौन हैं?
- साधु भद्रेश दास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित संस्कृत विद्वान हैं।
- वे बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था (BAPS) के संन्यासी हैं।
- भारतीय दर्शन और वैदिक ज्ञान को संरक्षित करने में उनका योगदान उल्लेखनीय है।
33th Saraswati Samman 2023 किसे दिया गया ?
- सरस्वती सम्मान 2023: प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार प्रभा वर्मा को सम्मानित किया जाएगा।
- उपन्यास: प्रभा वर्मा को यह सम्मान उनके “रौद्र सात्विकम” के लिए दिया जा रहा है।
- “रौद्र सात्विकम” वर्ष 2022 में प्रकाशित मलयालम में काव्यात्मक छंद में लिखा गया एक उपन्यास है। बता दें कि प्रभा वर्मा ने मलयालम भाषा में अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है।
32वें ‘सरस्वती सम्मान’ 2022
- हाल ही में, तमिल लेखिका शिवशंकरी को उनके संस्मरणों की पुस्तक ‘सूर्या वामसम’ के लिए हाल ही में, से सम्मानित किया गया है ।
- तमिल लेखिका शिवशंकरी का साहित्यिक करियर पाँच दशकों से अधिक का है
- वह 48 उपन्यासों, 150 लघु कहानियों, 15 यात्रा वृतांतों, निबंधों के सात संग्रह और तीन जीवनियाँ लिख चुकी हैं
- उनका 2019 का संस्मरण, सूर्यावामसम दो खंडों में लिखा गया है-
- पहला– एक बच्चे से एक युवा लेखक के रूप में कायापलट है
- दूसरा– एक प्रशंसित लेखक का जीवन और समय के बारे में है
31वें ‘सरस्वती सम्मान’ 2021
- इस वर्ष का सरस्वती पुरस्कार कवि ‘रामदरश मिश्र’ को उनकी कृति ‘मैं तो यहाँ हूँ’ के लिए दिया गया है।
- इनका जन्म 15 अगस्त, 1924 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के डुमरी गाँव में हुआ था।
- इस वर्ष का सरस्वती पुरस्कार कवि ‘रामदरश मिश्र’ को उनकी कृति ‘मैं तो यहाँ हूँ’ के लिए दिया गया है।
- यह कृति 2015 में कवि की एक उदास अभिव्यक्ति के रूप में प्रकाशित हुई थी।
- इस कृति में आंतरिक जीवन, सामाजिक सरोकारों, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, मानवीय दृष्टिकोण, दलितों के शोषण, मौसम के उल्लास और जलवायु संबंधी चिंताओं आदि का वर्णन किया गया है।
- गौरतलब है कि यह सरस्वती सम्मान का 31वाँ संस्करण था जिसका आयोजन नई दिल्ली में किया गया।
- इनकी कृतियों में 32 कविता संग्रह, 15 उपन्यास, 30 लघु कथाएँ, साहित्यिक आलोचना की 15 पुस्तकें, निबंधों के चार संग्रह, यात्रा वृतांत और कई संस्मरण प्रमुख रूप से शामिल हैं।
- उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों में हिंदी सलाहकार समितियों के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में कार्य किया।
- कवि रामदरश मिश्र दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
30वें ‘सरस्वती सम्मान’ 2020
- मराठी उपन्यासकार, कवि, आलोचक, लघु कथाकार शरणकुमार लिम्बाले को सरस्वती सम्मान 2020 के लिए चुना गया है।
- शरणकुमार लिम्बाले को यह सम्मान 2018 के उनके उपन्यास “सनातन” के लिए दिया गया है।
- इसके तहत प्रशस्ति पत्र, पुरस्कार पट्टिका और ₹15 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
- मराठी उपन्यास “सनातन”, दलित संघर्ष का एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक और ऐतिहासिक दस्तावेज है।
- शरणकुमार लिम्बाले का जन्म महाराष्ट्र के शोलापुर जिले में 1956 में हुआ था।
- सनातन इस शैली का पहला उपन्यास है जिसमें अछूतों की सामाजिक- सांस्कृतिक संघर्ष की कहानी बताई गई है।
Saraswati Samman Winners List: (1991 to 2025)
Saraswati Samman Winners List (1991 to 2024) | ||||
No. | वर्ष | नाम | काव्य कृति | भाषा |
---|---|---|---|---|
1. | 1991 | डाॅ हरिवंशराय बच्चन | चार खंडों में आत्मकथा (आत्मकथा) | हिंदी |
2. | 1992 | रमाकांत रथ | श्री राधा (कविता) | ओड़िया |
3. | 1993 | विजय तेंदुलकर | कन्यादान (नाटक) | मराठी |
4. | 1994 | हरभजन सिंह | रूख ते ऋषि (काव्य संग्रह) | पंजाबी |
5. | 1995 | बालमणि अम्मा | निवेद्यम (कविता संग्रह) | मलयालम |
6. | 1996 | शम्सुर्रहमान फारूकी | शेर ए शोर अंगेज है | उर्दू |
7. | 1997 | मनुभाई पंचोली | कुरूक्षेत्र | गुजराती |
8. | 1998 | शंख घोष | गंधर्ब कबिता गुच्चा (कविता संग्रह) | बंगाली |
9. | 1999 | इंदिरा पार्थसारथी | रामानुजार (नाटक) | तमिल |
10. | 2000 | मनोज दास | अमृत फल (उपन्यास) | ओड़िया |
11. | 2001 | दलीप कौर टिवाणा | कथा कहो उर्वशी (उपन्यास) | पंजाबी |
12. | 2002 | महेश एलकुंचवार | युगांत (नाटक) | मराठी |
13. | 2003 | गोविंद चंद्र पांडे | भागीरथी (काव्य संग्रह) | संस्कृत |
14. | 2004 | सुनील गंगोपाध्याय | प्रथम अलो (उपन्यास) | बंगाली |
15. | 2005 | के. अय्यप्पा पाणिक्कर | अय्यप्पा पाणिकरूडे क्रिटिकल (कविता संग्रह) | मलयालम |
16. | 2006 | जगन्नाथ प्रसाद दास | परिक्रमा (काव्य संग्रह) | ओड़िया |
17. | 2007 | नैयर मसूद | ताओस चमन की मैना (लघुकथा संग्रह) | उर्दू |
18. | 2008 | लक्ष्मी नंदन बोरा | कायाकल्प (उपन्यास) | असमिया |
19. | 2009 | सुरजीत पातर | लफ्जन दी दरगाह | पंजाबी |
20. | 2010 | एस.एल. भैरप्पा | मंदरा | कन्नड़ |
21. | 2011 | ए.ए. मनावलन | इरामा कथैयुम इरमायकलुम | तमिल |
22. | 2012 | सुगथकुमारी | मनालेझुथु (कविता संग्रह) | मलयालम |
23. | 2013 | गोविंद मिश्रा | धूल पौधों पर (उपन्यास) | हिंदी |
24. | 2014 | वीरप्पा मोइली | रामायण महोन्वेषणम् | कन्नड़ |
25. | 2015 | पद्मा सचदेव | चित्त चेत (आत्मकथा) | डोंगरी |
26. | 2016 | महाबलेश्वर पाल | हौथन (उपन्यास) | कोंकणी |
27. | 2017 | सितांशु यशश्रचन्द्र | वखर (काव्य संग्रह) | गुजराती |
28. | 2018 | के. शिवा रेड्डी | पक्काकी ओटिगिलाइट (कविता) | तेलुगू |
29. | 2019 | वासदेव मोहि | चेकबुक (लघु कहानी श्रृंखला) | सिंधी |
30. | 2020 | शरणकुमार लिंबाले | सनातन (उपन्यास) | मराठी |
31. | 2021 | रामदरश मिश्र | मैं तो यहाँ हूँ (कविता) | हिंदी |
32. | 2022 | शिवशंकरी | सूर्य वंशम (संस्मरण) | तमिल |
33th. | 2023 | प्रभा वर्मा | रौद्र सात्विकम | मलयालम |
34. | 2024 | साधु भद्रेश दास | स्वामी नारायण सिद्धांत सुधा | |
35. | 2025 | अपडेटेड | April |
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण एमसीक्यू (MCQs)
यहां कुछ मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन दिए गए हैं जो आपकी तैयारी को मजबूत करेंगे। इन्हें ध्यान से पढ़ें और अपने नोट्स में शामिल करें।
एमसीक्यू प्रश्न और उत्तर
- वर्ष 2025 में 34वां सरस्वती सम्मान 2024 किसे दिया जाएगा?
- A) प्रभा वर्मा
- B) शिव शंकरी
- C) राम दरश मिश्रा
- D) साधु भद्रेश दास
- उत्तर: D) साधु भद्रेश दास
- सरस्वती सम्मान की स्थापना कब हुई थी?
- A) 1991
- B) 1995
- C) 2000
- D) 1985
- उत्तर: A) 1991
- केके बिरला फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
- व्यास सम्मान किस भाषा के लिए दिया जाता है?
- A) संस्कृत
- B) हिंदी
- C) मराठी
- D) तमिल
- उत्तर: B) हिंदी
- बिहारी पुरस्कार किन लेखकों को दिया जाता है?
- A) हिंदी लेखक
- B) तमिल लेखक
- C) राजस्थानी लेखक
- D) मलयालम लेखक
- उत्तर: C) राजस्थानी लेखक
संविधान की आठवीं अनुसूची की 22 भाषाएं
सरस्वती सम्मान भारत की 22 भाषाओं में से किसी में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है। ये भाषाएं हैं:
- असमिया, बांग्ला, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू।
भाषाओं का इतिहास
- 14 भाषाएं: संविधान के शुरू में शामिल।
- 1967: सिंधी शामिल।
- 1992: कोंकणी, मणिपुरी, नेपाली।
- 2003: बोडो, डोगरी, मैथिली, संथाली।
निष्कर्ष: Saraswati Samman
Saraswati Samman 2025 और केके बिरला फाउंडेशन की जानकारी आपके लिए परीक्षा में बहुत काम आएगी। इस लेख में दिए गए तथ्य, पुरस्कार विवरण, और एमसीक्यू आपको एक मजबूत आधार प्रदान करेंगे। फाउंडेशन की गतिविधियों के बारे में और जानने के लिए www.adityabirla.com/en/community/ पर विजिट करें।
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