Paris Olympics 2024: क्या भारत इस बार डबल डिजिट मेडल्स ला पाएगा?
ओपनिंग सेरेमनी का ऐतिहासिक आगाज
पेरिस ओलंपिक्स 2024 की ओपनिंग सेरेमनी आज रात 11:30 बजे होगी। यह ओलंपिक्स की शुरुआत का एक ऐतिहासिक पल होगा। इस बार की ओपनिंग सेरेमनी बेहद खास और अनूठी होने वाली है। आप इसे हमारे चैनल पर jio3 बजे देख सकते हैं। ओलंपिक्स में भारत की भागीदारी हमेशा से उत्साहजनक रही है और इस बार हम डबल डिजिट मेडल्स की उम्मीद कर रहे हैं।
भारत के प्रमुख खिलाड़ी: डबल डिजिट मेडल की उम्मीद
टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में भारत ने सात मेडल जीते थे, जो अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था। नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर भारत को गर्वान्वित किया था। इस बार की उम्मीदें और भी अधिक हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से खिलाड़ी हैं जो भारत को डबल डिजिट मेडल्स तक ले जाने में सहयोग कर सकते हैं।
नीरज चोपड़ा – जेवलिन थ्रो
नीरज चोपड़ा, गोल्डन बॉय, जेवलिन थ्रो में भारत के लिए मेडल लाने की पूरी संभावना है। पिछले ओलंपिक्स में नीरज ने स्वर्ण पदक जीता था और इस बार भी उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद है। उनके प्रतिद्वंदियों में अरशद नदीम, जैकब जूलियन और मैक्स शामिल हैं, जो उन्हें कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
निखत जरीन – बॉक्सिंग
निखत जरीन वुमन 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलेंगी। उनका ड्रॉ टफ है, लेकिन मेडल की उम्मीदें बनी हुई हैं। बहुत से लोग उनका गोल्ड मेडल प्रेडिक्ट कर रहे हैं। उनका पहला मुकाबला काफी टफ हो सकता है, लेकिन वह इसे पार कर सकती हैं।
सत्त्विक साईराज और चिराग शेट्टी – बैडमिंटन
सत्त्विक साईराज और चिराग शेट्टी बैडमिंटन में वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर वन रह चुके हैं। इस बार भी वे मेडल की प्रबल दावेदारी रख रहे हैं। उनका ड्रॉ भी काफी अच्छा है और वे क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल जीतकर फाइनल मैच खेल सकते हैं। सिल्वर मेडल की संभावना ज्यादा है, लेकिन गोल्ड की उम्मीद भी की जा सकती है।
अंतिम पंघाल – रेसलिंग
अंतिम पंघाल वूमेंस 53 किग्रा कैटेगरी में रेसलिंग करेंगी और मेडल की पूरी उम्मीद है। उनका फाइनल मुकाबला फुजी नामी के साथ हो सकता है, जो एक तगड़ी प्रतिद्वंदी हैं। लेकिन अंतिम पंघाल की तैयारी और आत्मविश्वास को देखते हुए, मेडल की उम्मीद बनी रहती है।
रितिका हुड्डा – रेसलिंग
रितिका हुड्डा वूमेंस 76 किग्रा कैटेगरी में खेलेंगी और मेडल की प्रबल दावेदारी रखती हैं। हैवी वेट कैटेगरी में भारत का प्रदर्शन अब तक अच्छा नहीं रहा है, लेकिन रितिका की ताकत और स्टैमिना उन्हें मेडल की दावेदारी में मजबूत बनाते हैं।
शिफ्ट कौर समराज – शूटिंग
शिफ्ट कौर समराज वूमेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में मेडल की उम्मीद है। उनकी नीलिंग और स्टैंडिंग पोजीशन काफी मजबूत हैं और प्रोन पोजीशन में भी वे सुधार कर रही हैं। उनका प्रदर्शन हाल के टूर्नामेंट्स में शानदार रहा है और वे मेडल की प्रबल दावेदार हैं।
मनु भाकर और सरबजीत – शूटिंग
मनु भाकर और सरबजीत मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल में मेडल की दावेदारी रख रहे हैं। क्वालिफिकेशन डे वन 27 जुलाई को है और अगर वे टॉप फोर में फिनिश करते हैं तो मेडल की संभावना बढ़ जाएगी। उनकी तैयारी और प्रदर्शन को देखते हुए, मेडल की उम्मीद की जा सकती है।
अन्य संभावित मेडल
आर्चरी – मिक्स्ड इवेंट
धीरज और अंकिता की जोड़ी से मिक्स्ड आर्चरी में मेडल की उम्मीद है। अंकिता का फॉर्म क्वालिफिकेशन में टॉप नॉच रहा है और धीरज का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। अगर ये दोनों अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को जारी रखते हैं, तो मेडल की संभावना प्रबल है।
हॉकी – मेंस टीम
हॉकी मेंस टीम से भी मेडल की उम्मीद है। पिछले ओलंपिक्स में भारत ने ब्रोंज मेडल जीता था और इस बार भी टीम से ब्रोंज मेडल की उम्मीद की जा रही है। हालांकि एफआईएच प्रो लीग में प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा था, लेकिन ओलंपिक्स में टीम का प्रदर्शन अलग हो सकता है।
मीरा भाई चानू – वेटलिफ्टिंग
मीरा भाई चानू वेटलिफ्टिंग में ब्रोंज मेडल की दावेदार हैं। अगर वे स्नैच और क्लीन एंड जर्क में कुल मिलाकर 202-203 किग्रा वजन उठाने में सफल होती हैं, तो ब्रोंज मेडल की संभावना बन सकती है। चाइनीज खिलाड़ी काफी तगड़ी हैं, लेकिन मीरा भाई का आत्मविश्वास उन्हें मेडल की दौड़ में रखता है।
अमित पंघाल – बॉक्सिंग
अमित पंघाल 51 किग्रा कैटेगरी में बॉक्सिंग करेंगे और मेडल की पूरी संभावना है। उनका ड्रॉ टफ है, लेकिन उनकी ट्रेनिंग और आत्मविश्वास उन्हें मेडल की प्रबल दावेदारी में रखते हैं।
अन्य संभावनाएं
पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन – बैडमिंटन
पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन के पास भी मेडल लाने का मौका है, हालांकि उनकी फॉर्म पिछले कुछ महीनों में बहुत अच्छी नहीं रही है। बड़े इवेंट में बड़े खिलाड़ियों का प्रदर्शन अक्सर बेहतर होता है और ओलंपिक्स से बड़ा इवेंट कोई नहीं है। इसलिए, इनसे भी एक मेडल की उम्मीद की जा सकती है।
अंशु मलिक – रेसलिंग
अंशु मलिक के पास भी मेडल लाने का चांस है, लेकिन वह आउटसाइड चांस है। उनकी ट्रेनिंग और फॉर्म उन्हें मेडल की दौड़ में रखती हैं, लेकिन उन्हें काफी मेहनत करनी होगी।
रमिता जी और ईशा सिंह – शूटिंग
रमिता जी और ईशा सिंह के भी अच्छे चांसेस हैं। उनका हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है और वे भी मेडल की दौड़ में शामिल हैं।
समापन
दोस्तों, उम्मीद है कि इस बार भारत डबल डिजिट मेडल लाएगा। यह हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा और हमें गर्व होगा कि हमारे खिलाड़ी इतनी मेहनत और समर्पण के साथ खेलते हैं। हमारे Website को सब्सक्राइब करें और आगे की लाइव स्ट्रीमिंग में जुड़ें। जय हिंद, जय भारत!
पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारत के खिलाड़ियों से बहुत उम्मीदें हैं। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास हमें यह विश्वास दिलाता है कि इस बार भारत डबल डिजिट मेडल्स तक पहुंच सकता है। सभी खिलाड़ियों को हमारी शुभकामनाएं।