राजस्थान की मस्जिद में चौंकाने वाली घटना: जानें कैसे बच्चों ने अपने ही इमाम की हत्या कर दी!
27 अप्रैल की रात: इमाम की बेरहमी से हत्या
राजस्थान के अजमेर में दोराई गांव के कंचनपुर इलाके में मौजूद मोहम्मदी मस्जिद में 27 अप्रैल को एक खौफनाक घटना घटी। रात के 2:30 बजे कुछ लोगों ने इमाम को डंडों से पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
12 मई का सनसनीखेज खुलासा: कातिल निकले मदरसे के मासूम बच्चे!
पुलिस ने 12 मई को एक चौंकाने वाला खुलासा किया। मदरसे में पढ़ने वाले छह बच्चों ने ही इमाम की हत्या की। पांच बच्चे रामपुर से और एक बच्चा राजस्थान से है।
बच्चों का गुस्सा: यौन शोषण बना जानलेवा!
जांच में पता चला कि मौलाना बच्चों का यौन शोषण करते थे। बच्चों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और नकाबपोश हमलावरों की कहानी गढ़ी थी।
मदरसा कमेटी का दर्द: बच्चों की हिम्मत, मौलाना का अत्याचार!
हाजी शरीफ अब्बासी का खुलासा: अजमेर मदरसा कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट हाजी शरीफ अब्बासी ने घटना के बाद अपने गुस्से और अफसोस का इज़हार किया। उन्होंने बताया कि इस घटना से मदरसों की छवि खराब हो गई है और कई संस्थानों में भी यौन शोषण की शिकायतें आ रही हैं।
मौलाना की पिटाई की शिकायतें कमेटी को मिलती रहीं, लेकिन मौलाना नहीं माने। बच्चों की शिकायतों के बावजूद कमेटी मौलाना के खिलाफ कदम उठाने से हिचकिचाती रही।
पुलिस पर उठे सवाल: क्या बच्चों को जबरन फंसाया गया?
परिवार का आरोप: पुलिस ने किया बच्चों को टॉर्चर?
मौलाना माहिर के परिवार ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए। मौलाना के भाई आमिर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बच्चों को गलत ढंग से फंसाया और टॉर्चर किया, जिसके बाद बच्चों ने हत्या और यौन शोषण की बात कबूल की।
मदरसों और मस्जिदों की सुरक्षा: अब क्या होगा?
मुस्लिम समुदाय की मांग: रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन अनिवार्य हो!
घटना के बाद मुस्लिम समुदाय ने अनरजिस्टर्ड मदरसों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने और मौलानाओं का वेरिफिकेशन करने की मांग की है। माता-पिता को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मदरसे रजिस्टर्ड हों।
कैमरे और जागरूकता अभियान: सुरक्षा के नए उपाय
हर मदरसे और मस्जिद में कैमरा लगाना जरूरी हो गया है। इसके अलावा, ‘गुड टच और बैड टच’ की जागरूकता अभियान चलाने की योजना है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
भविष्य की सुरक्षा के उपाय: क्या पेरेंट्स फिर से बच्चों को भेजेंगे मदरसे?
उम्मीद और सुधार की कोशिशें: इस घटना के बाद मदरसे और मस्जिद से जुड़े लोग अलर्ट हो गए हैं और मौलवियों की वेरिफिकेशन कराई जा रही है। उम्मीद है कि माहौल में सुधार होगा और पेरेंट्स अपने बच्चों को फिर से मदरसे और मस्जिद में पढ़ने के लिए भेजेंगे।