Sahitya Akademi Award 2024 Winners List
Introduction
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024 की घोषणा 15 जून 2024 को की गई थी। बिहार के प्रतियोगी परीक्षाओं (BPSC, SSC, UP Police, Railway, आदि) के दृष्टिकोण से यह विषय बेहद महत्वपूर्ण है।
यह अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त 24 प्रमुख भारतीय भाषाओं में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक पुस्तकों के लेखकों को दिया जाता है। इन भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, गुजराती और कई अन्य भाषाएँ शामिल हैं।
साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को एक प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत विभिन्न साहित्यिक शैलियों को मान्यता दी जाती है, जैसे कि कविता, उपन्यास, कहानियाँ, नाटक और साहित्यिक आलोचना शामिल है।
साहित्य अकादमी क्या है?
साहित्य अकादमी भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी है, यह भारत की भाषाओं में साहित्य को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक संगठन है। साहित्य अकादमी की स्थापना जवाहरलाल नेहरू ने की थी, जो इसके पहले अध्यक्ष भी थे।
इसकी स्थापना 12 मार्च 1954 को हुई थी, इसका कार्यालय रवीन्द्र भवन, दिल्ली में है। रवीन्द्र भवन मेंदिल्ली संगीत नाटक अकादमी और ललित कला अकादमी का मुख्यालय भी है।
- मंत्रालय – संस्कृति मंत्रालय (श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत)
- वर्तमान अध्यक्ष – माधव कौशिक
Sahitya Akademi All Awards
ये सभी पुरुस्कार प्रतिवर्ष विभिन्न भारतीय भाषाओं में दिए जाते हैं,इन तीनों पुरस्कारों के अंतर्गत सम्मान राशि पचास हजार है।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार: यह पुरस्कार भारतीय साहित्य का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। यह पुरस्कार किसी भी उम्र के लेखक को दिया जा सकता है।
- साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार: यह पुरस्कार 35 वर्ष से कम उम्र के लेखकों को दिया जाता है। यह पुरस्कार भी भारत की सभी प्रमुख भाषाओं में लिखे गए उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यों के लिए दिया जाता है।
- साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार: यह पुरस्कार बच्चों के लिए लिखे गए उत्कृष्ट साहित्य के लिए दिया जाता है। इसका उद्देश्य बाल साहित्यकारों को प्रोत्साहित करना और बच्चों के लिए बेहतर साहित्य तैयार करने के लिए प्रेरित करना है।
- साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार: जो एक भाषा से दूसरी भाषा में किए गए उत्कृष्ट अनुवादों को सम्मानित करता है। यह पुरस्कार भारतीय साहित्य को विभिन्न भाषाओं में पहुंचाने और विभिन्न संस्कृतियों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Sahitya Akademi Award History : Key Points
- साहित्य अकादमी पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी
- पहली बार साहित्य अकादमी पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए थे।
- इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को एक पट्टिका, एक शॉल और 1 लाख रुपये प्रदान किए जाते है, पुरस्कार राशि शुरू में 5,000 रुपये थी, और धीरे-धीरे बढ़ा दी गई है – यह 2009 के बाद से 1 लाख रुपये हो गई है।
- 1954 में स्थापित साहित्य अकादमी पुरस्कार, एक साहित्यिक सम्मान है जो साहित्य अकादमी, भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मान है।
- भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा सहित कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं।
- पहला साहित्य अकादमी पुरस्कार:
हिंदी भाषा में पहला – 1955 में – माखनलाल चतुर्वेदी (हिम तरंगिणी के लिए)
अंग्रेजी भाषा में पहला –1960 में – आरके नारायण (द गाइड) के लिए
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा
वर्ष 2024 के साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है, जिसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं के 21 लेखकों और कवियों को सम्मानित किया जाएगा।
Category:
- कविता संग्रह: 08
- उपन्यास: 03
- लघु कहानी संग्रह: 02
- निबंध: 03
- साहित्यिक आलोचना कृतियाँ: 03
- नाटक: 01
- शोध कार्य: 01
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024
बंगाली, डोगरी और उर्दू भाषा के लिए पुरस्कारों की घोषणा बाद में की जाएगी।
- हिन्दी कवियत्री – गगन गिल (कविता पुस्तक ‘मैं जब तक आई बहार’)
- अंग्रेजी लेखिका- ईस्टरीन कीर (उपन्यास ‘स्पिरिट नाइट्स’)
Sahitya Akademi Award 2023 Winners
हाल ही में 20 दिसंबर 2023 को साहित्य अकादमी ने 24 भाषाओं में साहित्य अकादमी पुरस्कार, 2023 की घोषणा की।
इस बार पुरस्कार के लिए चुने गए साहित्य में 9 कविता संग्रह, 6 उपन्यास, 5 कहानी संग्रह, 3 निबंध और एक आलोचना शामिल है
- हिंदी भाषा: संजीव को उपन्यास ‘मुझे पहचानो’ के लिए
- अंग्रेजी भाषा: नीलम शरण गौर को उनके उपन्यास “Requiem in Raga Janaki” के लिए।
- उर्दू भाषा: सादिका नवाब सहर के उपन्यास ‘राजदेव की अमराई’ के लिए।
Sahitya Akademi Award 2022 Winners List
- हिंदी भाषा: कवि बद्री नारायण को ‘तुमड़ी के शब्द’ साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया था।
- अंग्रेजी: अंग्रेजी भाषा के लिए अनुराधा रॉय को उनके उपन्यास “ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड” के लिए उन्होंने यह सम्मान प्रदान किया गया।
- गुजराती भाषा: गुलाम मोहम्मद शेख को उनके आत्मकथात्मक निबंध “घेर जतां” के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया.
- उर्दू:अजीत आजाद (कविता-पेनड्राइव में पृथ्वी)
Sahitya Akademi Award 2021 Winners List
- हिंदी साहित्य: वरिष्ठ लेखक और नाटककार दया प्रकाश सिन्हा को उनके नाटक ‘सम्राट अशोक’ को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। दया प्रकाश सिन्हा (Daya Prakash Sinha) का जन्म 2 मई, 1935 का उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुआ था।
- संस्कृत: विंदेश्वरीप्रसाद मिश्र ‘विनय’, कविता
- अंग्रेज़ी:नमिता गोखले, उपन्यास
- कन्नडा: डी.एस. नागभूषण, जीवनी
Hindi Sahitya Akademi Award:
Award Class | Literature |
Establishment Year | 1955 |
Prize Money | one lakh rupees |
1st winner | Makhanlal Chaturvedi |
Last Winner | Badri Narayan (2024) |
Sahitya Akademi Award 2024 Winners List
NO. | Years | लेखक | पुस्तक |
---|---|---|---|
68. | 2024 | ---- | |
67 | 2023 | संजीव | मुझे पहचानो (उपन्यास)अकादेमी पुरस्कार (1955-2023) |
66 | 2022 | बद्री नारायण | तुमड़ी के शब्द (कविता) |
65 | 2021 | दया प्रकाश सिन्हा | सम्राट अशोक (नाटक) |
64 | 2020 | अनामिका | टोकरी में दिगन्त (थेरी गाथा: 2014) (कविता) |
63 | 2019 | नंदकिशोर आचार्य | छेलेते हुए अपने को (कविता) |
62 | 2018 | चित्रा मुद्गल | पोस्ट बॉक्स नं. 203-नाला सोपारा (उपन्यास) |
61 | 2017 | रमेश कुंतल मेघ | विश्व मीठा सरित सागर (साहित्यिक आलोचना) |
60 | 2016 | नसीरा शर्मा | पारिजात (उपन्यास) |
59 | 2015 | रामदरश मिश्र | आग की हंसी (कविता) |
58 | 2014 | रमेश चंद्र शाह | विनायक (उपन्यास) |
57 | 2013 | मृदुला गर्ग | मिलजुल मैन (उपन्यास) |
56 | 2012 | चंद्रकांत देवताले | पत्थर फेंक रहा हूं (कविता) |
55 | 2011 | काशीनाथ सिंह | रेहान प्रति रघु (उपन्यास) |
54 | 2010 | उदय प्रकाश | मोहन दास (लघुकथा) |
53 | 2009 | कैलाश वाजपेयी | हवा में हस्ताक्षर (कविता) |
52 | 2008 | गोविंद मिश्र | कोहरे में कैद रंग (उपन्यास) |
51 | 2007 | अमर कांत | इनहिं हथियारों से (उपन्यास) |
50 | 2006 | ज्ञानेंद्रपति | संष्यात्मा (कविता) |
49 | 2005 | मनोहर श्याम जोशी | क्याप (उपन्यास) |
48 | 2004 | वीरेन डंगवाल | दुष्चक्र में श्रीस्ता (कविता) |
47 | 2003 | कमलेश्वर | कितने पाकिस्तान (उपन्यास) |
46 | 2002 | राजेश जोशी | दो पंक्तियों के बीच (कविता) |
45 | 2001 | अलका सरावगी | काली-कथा : बायपास (उपन्यास) |
44 | 2000 | मंगलेश डबराल | हम जो देखते हैं (कविता) |
43 | 1999 | विनोद कुमार शुक्ल | दीवार में एक खिड़की रहती थी (उपन्यास) |
42 | 1998 | अरुण कमल | नए इलाके में (कविता) |
41 | 1997 | लीलाधर जगूरी | अनुभव के आकाश में चंद (कविता) |
40 | 1996 | सुरेंद्र वर्मा | मुझे चंद चाहिए (उपन्यास) |
39 | 1995 | कुंवर नारायण | कोई दूसरा नहीं (कविता) |
38 | 1994 | अशोक वाजपेयी | कहीं नहीं वही (कविता) |
37 | 1993 | विष्णु प्रभाकर | अर्धनारीश्वर (उपन्यास) |
36 | 1992 | गिरिराज किशोर | ढाई घर (उपन्यास) |
35 | 1991 | गिरिजा कुमार माथुर | मैं वक़्त के हुन सामने (कविता) |
34 | 1990 | शिव प्रसाद सिंह | नीला चंद (उपन्यास) |
33 | 1989 | केदारनाथ सिंह | अकाल में सारस (कविता) |
32 | 1988 | नरेश मेहता | अरण्य (कविता) |
31 | 1987 | श्रीकांत वर्मा | मगध (कविता) |
30 | 1986 | केदारनाथ अग्रवाल | अपूर्वा (कविता) |
29 | 1985 | निर्मल वर्मा | कव्वे और काला पानी (लघु कथाएं) |
28 | 1984 | रघुवीर सहाय | लोग भूल गए हैं (कविता) |
27 | 1983 | *सर्वेश्वर दयाल सक्सेना | खुटियों पर तंगे लोग (कविता) |
26 | 1982 | हरिशंकर परसाई | विकलांग श्रद्धा का दौर (व्यंग्य) |
25 | 1981 | त्रिलोचन | टैप के तय हुए दिन (उपन्यास) |
24 | 1980 | कृष्णा सोबती | जिंदगीनामा-जिंदा रुख (उपन्यास) |
24 | 1979 | *धूमिल | काल सुनाना मुझे (कविता) |
23 | 1978 | *भारत भूषण अग्रवाल | उतना वह सूरज है (कविता) |
22 | 1977 | शमशेर बहादुर सिंह | चुका भी हूं नहीं मैं (कविता) |
21 | 1976 | यशपाल | मेरी तेरी उसकी बात (उपन्यास) |
20 | 1975 | भीष्म साहनी | तमस (उपन्यास) |
19 | 1974 | शिव मंगल सिंह 'सुमन' | मिट्टी की बारात (कविता) |
18 | 1973 | हजारी प्रसाद द्विवेदी | आलोक पर्व (निबंध) |
17 | 1972 | भवानी प्रसाद मिश्र | बनी हुई रसी (कविता) |
16 | 1971 | नामवर सिंह | कविता के नए प्रतिमान (साहित्यिक आलोचना) |
15 | 1970 | रामविलास शर्मा | निराला की साहित्य साधना (जीवनी) |
14 | 1969 | श्रीलाल शुक्ल | राग दरबारी (उपन्यास) |
13 | 1968 | हरिवंशराय बच्चन | दो चट्टानें (कविता) |
12 | 1967 | अमृतलाल नागर | अमृत और विष (उपन्यास) |
11 | 1966 | जैनेंद्र कुमार | मुक्तिबोध (उपन्यास) |
10 | 1965 | नागेन्द्र | रस सिद्धांत (काव्य पर ग्रंथ) |
9 | 1964 | अज्ञेय' (एस.एच. वात्स्यायन) | आंगन के पार द्वार (कविता) |
8 | 1963 | अमृत राय | प्रेमचंद: कलाम का सिपाही (जीवनी) |
7 | 1961 | भगवतीचरण वर्मा | भोले बिस्रे चित्रा (उपन्यास) |
6 | 1960 | सुमित्रा नंदन पंत | काला और बुरहा चंद (कविता) |
5 | 1959 | दिनकर' (रामधारी सिन्हा) | संस्कृति के चार अध्याय (भारतीय संस्कृति का एक सर्वेक्षण) |
4 | 1958 | राहुल सांकृत्यायन | मध्य एशिया का इतिहास (इतिहास) |
3 | 1957 | *आचार्य नरेंद्र देव | बौद्ध धर्म-दर्शन (दर्शन) |
2 | 1956 | वासुदेवसरन अग्रवाल | पद्मावत संजीवनी व्याख्या (टिप्पणी) |
1 | 1955 | माखनलाल चतुर्वेदी | हिम-तरंगिणी (कविता) |
Topic को कवर करने वाले कुछ अन्य प्रश्न
- 2023 व्यास सम्मान किसे मिला है?
- पुष्पा भारती
- 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार किसे मिला है?
- दामोदर माजो
- बुकर पुरस्कार 2023 के विजेता पॉल लिंच किस देश से संबंधित हैं?
- आयरलैंड
- किस पुस्तक के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2023 प्रदान किया गया है?
- “टाइम शेल्टर”
Conclusion:
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा से भारतीय साहित्य जगत में उत्साह का माहौल है। इन प्रतिभाशाली लेखकों ने अपनी कृतियों के माध्यम से समाज को प्रभावित किया है और भारतीय साहित्य की गरिमा को बढ़ाया है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त करने वाले लेखकों की सूची समय-समय पर अपडेट होती रहती है और इसमें विभिन्न साहित्यिक विधाओं के उत्कृष्ट लेखक शामिल होते हैं। इसी लिए हम ऐसे समय- समय पर अपडेट करते रहते है।
हिंदी अवार्ड्स:
- Vyas samman
- Shalaka Samman
- Gyanpeeth Award
- Saraswati samman
- Murtidevi puraskar
- Bal sahitya puraskar
- Bharat Bharti Samman