सऊदी अरब में हज यात्रा के लिए नया ‘नुसुक कार्ड’ लॉन्च!
Hajj Yatra 2024 Date:
इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक हज यात्रा इस साल 14 जून से शुरू होगी दुनिया भर से हज यात्री 8 से 9 मई से सऊदी अरब के मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा पहुंचना शुरू कर देंगे। हर साल लगभग 2.5 करोड़ से अधिक मुसलमान हज यात्रा के लिए मक्का और मदीना की ओर निकलते हैं।
हज यात्रा के लिए नया रास्ता:
हालांकि लोग अपने देशों से सभी औपचारिकताएं पूरी करके कानूनी रूप से हज के लिए सऊदी अरब पहुंचते हैं और हरम शरीफ में हज के सभी अनुष्ठान पूरे करते हैं। लेकिन उनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं जो गैर निवासी होते हैं कानूनी तरीकों से भी लाखों लोग इस जमात का हिस्सा बनने की कोशिश करते हैं लेकिन इस बार इस्लामिक किंगडम सऊदी अरब ऐसे लोगों को रोकने के लिए एक नया तरीका लेकर आया है।
सऊदी मंत्रालय ने “Nusuk Card” को शुरू किया हज यात्रा को सुधारने के लिए:
सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने नुसुक तीर्थ यात्री कॉर्ड लॉन्च किया है जो हज 2024 के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, हज और उमराह मंत्री डॉक्टर तौफीक अल रबिया ने इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्री याकूत चौली कमास को जकार्ता में 30 अप्रैल को अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कार्ड की एक प्रति भेंट करके नुसुक कार्ड(नुसुक कार्ड) का शुभारंभ किया। डॉक्टर अल रबिया और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष कमास ने अंतिम तैयारियों और इंडोनेशिया के तीर्थ यात्रियों के लिए सेवाओं को सुव्यवस्थित करने के तरीकों पर चर्चा की।
इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है जो इस साल के हज के लिए 241000 तीर्थ यात्रियों का अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है यात्रा के दौरान मंत्री ने वरिष्ठ इंडोनेशिया अधिकारियों हद सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों के प्रमुखों और निवेशकों से मुलाकात की ताकि उन उपलब्ध अवसरों की समीक्षा की जा सके जो अल्लाह के मेहमानों के लिए सुविधाओं और सेवाओं की गुणवत्ता और मानक को बढ़ाते हैं।
क्या है ‘Nusuk Card’? हज यात्रा के लिए नया उपाय!
- आसान पहचान और सुरक्षा कार्ड: यह कार्ड तीर्थ यात्रियों की पहचान और सत्यापन को आसान बनाता है जिससे अनाधिकृत व्यक्तियों को पवित्र स्थलों में प्रवेश करने से रोका जा सकता है और सभी तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
- डिजिटलऔर भौतिक प्रारूप: कार्ड डिजिटल और प्रिंट दोनों स्वरूपों में उपलब्ध है जैसे तीर्थ यात्रियों के लिए इसे ले जाना और उपयोग करना सुविधाजनक हो जाता है।
- व्यापक सेवाएं: कार्ड तीर्थ यात्रियों को कई सेवाएं प्रदान करता है जिसमें व्यक्तिगत जानकारी पता स्वास्थ्य रिकॉर्ड और हज मिशन वितरण शामिल है।
- आसान संचार: तीर्थ यात्री कार्ड के माध्यम से अपने हज मिशन से संपर्क कर सकते हैं समूह कार्यक्रमों के बारे में जान सकते हैं और विशेष अलर्ट प्राप्त कर सकते हैं।
- प्रतिक्रिया और शिकायतें: तीर्थयात्री डिजिटल कार्ड के माध्यम से प्रदान की गई सेवाओं का मूल्यांकन कर सकते हैं और अपनी टिप्पणियों या शिकायतों को दर्ज कर सकते हैं।
अब जरूरी बातें आपको जान लेनी चाहिए:
हज यात्रा के लिए नुसुक कार्ड अनिवार्य है तीर्थ यात्रियों को पवित्र स्थलों पर पहुंचने से पहले कार्ड प्राप्त करना होगा, कार्ड मक्का, मदीना और मीना अराफात और मुजदलीफाह जैसे पवित्र स्थलों द्वारा नुसुक कार्ड हज यात्रा को और ज्यादा सुगम और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। तीर्थ यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने और हज प्रक्रिया को आधुनिक बनाने में मदद करेगा।
Hajj Yatra Kaise Hota Hai?
क्या है हज यात्रा का इतिहास?
- आध्यात्मिक दायित्व: हज, इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जो मानव जिसके पास शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम होते हैं, को समर्पित किया जाता है। यह उन लोगों के लिए एक बार जीवन का कर्तव्य है जो इसे आर्थिक रूप से संभव कर सकते हैं।
- ऐतिहासिक महत्व: हजरत इब्राहीम की भावनाओं का प्रतीक माना जाता है, जिन्होंने काबा का प्रदक्षिणा किया था। हज यात्रा की उत्पत्ति नबी इब्राहीम (अब्राहम) और उनके परिवार से जुड़ी है, विशेष रूप से उनकी पत्नी हजर (हाजर) और पुत्र नबी इस्माईल (इश्माइल), जिन्होंने मक्का में इस्लाम के पावन स्थल का निर्माण किया माना जाता है।
- वार्षिक एकत्रिति: हज मासिक इस्लामी चंद्रमा मास Dhu al-Hijjah में होता है। यह Dhu al-Hijjah के 8वें दिन शुरू होता है और Dhu al-Hijjah के 12वें दिन समाप्त होता है, जिसमें ईद अल-अधा, बलिदान का त्योहार, समाप्त होता है। धुल-हिज्जा एक इस्लामी माह है जो हिज्री कैलेंडर के अनुसार होता है। हज यात्रा इस माह में होती है और यहाँ इस्लामी कैलेंडर के अनुसार साल की बड़ी एकत्रिति का आयोजन होता है। धुल-हिज्जा इस्लामी चंद्रमाकी बारहवां महीना होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में इसके महीने की तारीखें हर साल बदलती हैं, लेकिन आमतौर पर यह जुलाई और अगस्त महीनों में आता है।
- रीति और अभ्यास: हज यात्रा कई धार्मिक अभ्यासों से मिलकर बनी होती है, जैसे कि काबा के चारों ओर की चक्कर लगाना (तवाफ), सफा और मरवा के पहाड़ों के बीच चलना (साई), माउंट अरफात पर खड़े रहना (वुकूफ), और मीना पर शैतान को प्रतिनिधित्व करने के लिए पत्थर मारना।
हज कितने दिन का होता है?
हज कितने समय तक चलता है? हज यात्रा ज़िलहिज्जा की 8वीं से 12वीं या 13वीं तारीख तक पांच से छह दिनों में की जाती है। जब नया अर्धचंद्र दिखाई देता है, तो ईद अल-अधा शुरू होता है, जो चार दिनों तक चलता है।
हज यात्रा का खर्च 2024:
हज यात्रा वर्ष 2024 के लिए दो किस्तों में दो लाख 51 हजार रुपये जमा कराना होगा। अंतिम व तीसरी किस्त की राशि के बारे में हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से बाद में जानकारी दी जाएगी। वर्ष 2023 में हज यात्रा पर एक हाजी का लगभग 3.60 लाख रुपये का खर्च आया था।
हज रजिस्ट्रेशन कैसे होता है ?
भारत के सभी इस्लामी समुदाय जो इस यात्रा में भाग लेना चाहते हैं, उन्हें अपना हज 2024 पंजीकरण भरना होता है। आवेदन पत्र भरने के लिए ऑनलाइन हज hajcommittee.gov.in लिंक पर क्लिक करके hajcommittee.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।