Ajmer Maulana Murder Case: मस्जिद के अंदर मौलवी की हत्या, आरोपियों का अब भी पता नहीं
राजस्थान में अजमेर जिले की मोहम्मदी मस्जिद में जहां पीते हफ्ते मस्जिद के भीतर एक मौलवी की हत्या कर दी गई थी।
चश्मदीद स्थानीय लोगों के बयान:
चश्मदीद के मुताबिक 27 अप्रैल की देर रात तीन नकाबपोश लोगों ने मौलाना मोहम्मद माहिर की लाठी डंडों से पिटाई की थी और फिर उनकी मौत हो गई
चश्मदीद ने कहा हम उन्हें पास में ही सो रहे थे अचानक से वो आये और दो-तीन डंडे मारे जैसे हमें सुनाई आईं तो एकदम हम उठे और हमें धमकी देकर बाहर निकाल दिया और एक साथी को हमारे साथ भेज दिया, फिर एक साथी गैलरी में गया, फिर वापस आकर एकदम भाग गए, तीनों काले कपड़े पहने हुए थे और मुंह पर काला मास्क लगाएं हुए थे।
अजमेर में धार्मिक गुरु की हत्या
30 साल के मोहम्मद माहिर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले थे मस्जिद परिसर में यूपी के 6 नाबालिक बच्चे भी साथ रहते थे जिन्हें मौलाना पढ़ते थे घटना के वक्त मौलाना माहिर और सभी बच्चे मस्जिद के कमरे में सो रहे थे
अजमेर में मौलवी हत्याकांड से लोगों में गुस्सा
अब घटना के बाद मस्जिद और आसपास के इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है
घटना के अगले दिन ही स्थानीय लोगों ने कलेक्टर और एसपी कार्यालय के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की लेकिन लगभग एक सप्ताह बीतने के बाद भी पुलिस अभियुक्त का पता नहीं लगा पाई है।
कौन हैं वो हत्यारे?
स्थानीय लोग बताते हैं कि उनकी जानकारी में मौलाना का किसी से कोई झगड़ा नहीं था और हर कोई घटना से हैरान है। स्थानीय लोगों का कहना है मौलाना साहब का व्यवहार एकदम सुशील एकदम सलैयत वाला था और किसी को परेशान नहीं किया करते थे अपने काम से कम रखा करते थे चाहे हिंदू हो या मुस्लिम सबसे अच्छे तरीके से व्यवहार करते थे कोई दिक्कत परेशानी वाली बात नहीं थी
स्थानीय लोगों ने कहा कभी हमाको तो कोई धमकी वाली बात नहीं बताई और ना घर वालों को बताई कोई ऐसी बात जो कुछ भी हुआ या नहीं हुआ हमारी कोई दुश्मनी नहीं है गांव थोड़े से आदमी और हम गंगा किनारे रहते हैं बहुत खुशहाल हमारा गांव है
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
आसिफ खान मोहम्मदी मस्जिद की देखरेख करतें हैं उनका दावा है मस्जिद उनकी निजी जमीन पर बनी है, आसिफ खान के मुताबिक मौलवी ने आसिफ से शिकायत की थी कि कुछ लोग उन्हें परेशान कर रहें हैं अगर आप कहते हैं तों में चला जाऊंगा। आसिफ ने कहा मेरी तरफ से आप निश्चिंत हो जाओ, आप रहिएगा जब तक आप रह सकते हैं लोगों की शिकायते थी कि मौलवी साहब धर्म के बारे में ज्यादा बोलते हैं।
क्या है अजमेर मस्जिद हत्याकांड के पीछे की सच्चाई?
लेकिन मोहम्मदी मस्जिद के पास ही रहने वाले शोएब मौलवी के परिचित हैं और हत्या से पहले शोएब के पिता मस्जिद के मौलाना थें शोएब का कहना है कई बार ऐसी बातें आती थी कि मस्जिद की जमीन को लेकर विवाद हो रहा है। ऐसी खबरें आती थी कि कोई मस्जिद की जमीन बेचने का प्रयास कर रहा है
क्या मिलेगा इंसाफ?
मौलाना के शरीर का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था और अब उन्हें रामपुर के पैतृक गांव में सुपुर्द ए ख़ाक किया गया है।